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कोरोना महामारी के बीच पंडित आनलाइन करा रहे अंतिम संस्कार, मोबाइल पर देते हैं दिशा-निर्देश
Apurva Srivastav
18 April 2021 3:15 PM GMT
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कोरोना काल में मृत्यु पश्चात मृतात्मा की शांति के लिए तेरह दिनों तक चलने वाले क्रियाकर्म से जुड़ी रस्में पंडित आनलाइन भी करा रहे हैं।
कोरोना काल में मृत्यु पश्चात मृतात्मा की शांति के लिए तेरह दिनों तक चलने वाले क्रियाकर्म से जुड़ी रस्में पंडित आनलाइन भी करा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में कोरोना से होने वाली मौत के बाद अंतिम संस्कार व अनुष्ठान संपन्न कराने जाने से पंडित कतरा रहे हैं। ऐस में अंत्येष्टि के बाद की तेरह दिनों तक होने वाले कार्यक्रम से जुड़े अनुष्ठान गांव में ही स्वजनों द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए पंडित घर से ही आनलाइन सहयोग कर रहे हैं।
आनलाइन अनुष्ठान कराने का पहला मामला जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर बकावंड ब्लॉक के ग्राम बड़े जिराखाल में सामने आया है। ब्राह्मण समाज बहुल इस गांव में एक दर्जन से अधिक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे गांव को कंटेनमेंट घोषित कर दिया।
पांच दिन पहले इसी गांव के निवासी ब्राह्मण समाज के प्रतिष्ठित सदस्य इंद्रनाथ पांडे का मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार जगदलपुर में ही मुक्तिधाम में किया गया। अंत्येष्टि के बाद की तेरह दिनों तक होने वाले कार्यक्रम से जुड़े अनुष्ठान गांव में स्वजनों द्वारा संपन्न कराया जा रहा है। इसके लिए पंडित घर से ही आनलाइन सहयोग कर रहे हैं।
अनिश्चितता के कारण श्रमिकों के पलायन का गहराता जा रहा है खतरा।
दिवंगत इंद्रनाथ पांडे के स्वजन नारायण प्रसाद पांडे का कहना है कि कोरोना महामारी में गांव के कंटेंटमेंट जोन घोषित होने के बाद मृत्यु पश्चात की रस्में पूरी करने के लिए आनलाइन ही एकमात्र सहारा बच गया था। पंडित घर से ही मोबाइल पर आनलाइन मंत्रोच्चार करते हुए दिशा-निर्देश देते हैं। उसी के अनुसार अनुष्ठान संपन्न कराया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान स्वजन कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हए दूर-दूर मौजूद रहते हैं।
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