प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी गठबंधन ‘नकारात्मकता’ के साथ बने वह कभी सफल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का गठन देश में राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए हुआ था। राजग के नेताओं की यहां एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया गया हो तो ऐसा गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है।’’
मोदी ने कहा कि देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया तथा कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं। उन्होंने कहा कि 1988 में राजग का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना उसका लक्ष्य नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘राजग किसी के विरोध में नहीं बना था, राजग किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। राजग का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था। जब किसी देश में एक स्थिर सरकार होती है, तो देश एक साहसिक निर्णय लेता है जो देश के फलसफा को बदल देता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में राजग के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं और ये 25 वर्ष विकास और क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति के रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजग का मतलब राज्यों के विकास के माध्यम से देश का विकास है। उन्होंने कहा, ‘‘नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (राजग) में एन का अर्थ ‘न्यू इंडिया’, डी का अर्थ ‘डेवलप्ड नेशन’ और ए का अर्थ है ‘लोगों की आकांक्षा’। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचित लोग राजग पर भरोसा करते हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल, बालासाहब ठाकरे, अजित सिंह, शरद यादव जैसे नेताओं ने राजग को आकार देने में योगदान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘राजग अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत है, लालकृष्ण आडवाणी ने भी इसको आकार देने में अहम भूमिका निभाई और वह हमारा अनवरत मार्गदर्शन कर रहे हैं।