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नादिया: पश्चिम बंगाल के नादिया में नाबालिग का कथित गैंगरेप के बाद मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है, लेकिन जमीन पर बीजेपी बनाम टीएमसी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. इस बीच अब उस डॉक्टर का बयान भी सामने आ गया है जिसने सबसे पहले घटना के बाद पीड़ित लड़की का इलाज किया था.
आजतक से बात करते हुए डॉक्टर समीर बिस्वास ने बताया है कि इस गांव में वे एकलौते डॉक्टर हैं. उनके मुताबिक अप्रैल पांच को पीड़िता की मां उनके पास आई थी. वे कहते हैं कि चार अप्रैल को सुबह चार बजे पीड़िता की मां आई थी. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी के पेट में दर्द है. अब क्यों दर्द था, ये सब मुझे तब नहीं बताया गया. मैंने दर्द की कुछ दवाइयां उन्हें दे दी थी. लेकिन फिर दवाई लेने से पहले ही उस लड़की की मौत हो गई. मुझे तो पड़ोसियों से ये बात पता चली. मैं अगले दिन सुबह सात बजे उस परिवार से मिलने गया था, लेकिन तब तक लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया. मौत के बाद पता चला कि नाबालिग का रेप हुआ था. अब ये सब पुलिस को बताना मेरी जिम्मेदारी नहीं थी.
अब डॉक्टर के बयान से स्पष्ट है कि उन्हें नाबालिग के साथ हुई रेप वाली घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. पीड़िता के परिवार ने भी डॉक्टर से ये बात छिपाई थी. अभी के लिए सीबीआई द्वारा मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. दो दिन पहले ही सीएम ममता बनर्जी ने भी कहा था कि परिवार द्वारा समय रहते पुलिस को मामले की जानकारी नहीं दी गई.
उन्होंने जारी बयान में कहा था कि ऐसा दिखाया जा रहा है कि नाबालिग लड़की की रेप की वजह से मौत हुई है. लेकिन आप इसे रेप कहेंगे. वो गर्भवती थी या फिर ये कोई लव अफेयर था? क्या इस पहलू पर जांच हुई है? मेरी पुलिस से बात हुई है. ये गलत हुआ है. पुलिस ने गिरफ्तारी की है. लेकिन मुझे बताया गया है कि लड़की का लड़के संग अफेयर था.
घटना की बात करें तो चार अप्रैल की रात को नदिया जिले के हंशखाली ब्लॉक में एक लड़की की मौत का मामला सामने आया था. बताया जा रहा है कि उसके साथ रेप हुआ था. लेकिन पुलिस को इस मामले की जानकारी तीन से चार दिन बाद मिली. पुलिस ने इस केस में ब्रज गोपाल गयाली की गिरफ्तारी की है.
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