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किसान सशक्तिकरण के बिना देश का समग्र विकास असंभव : गृहमंत्री अम‍ित शाह

Nilmani Pal
1 Jan 2022 12:50 PM GMT
किसान सशक्तिकरण के बिना देश का समग्र विकास असंभव :  गृहमंत्री अम‍ित शाह
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दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने नव वर्ष के पहले द‍िन शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्‍यम से किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की 10वीं किस्त जारी की थी. इस कदम की गृहमंत्री अम‍ित शाह ने सराहना की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभ‍िनंदन करते हुए गृहमंत्री अम‍ित शाह ने कहा क‍ि किसान सशक्तिकरण के बिना देश का समग्र विकास असंभव है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से क‍िसान सम्‍मान न‍िधि‍ की क‍िस्‍त जारी क‍िए जाने के बाद गृहमंत्री अम‍ित शाह ने ट्वीट कर कहा क‍ि साल के पहले ही दिन करीब 10 करोड़ किसानों के खातों में लगभग 20000 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त ट्रांसफर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसान कल्याण की अपनी प्राथमिकता को पुनः दर्शाया है. उन्‍होंने कहा क‍ि वह इसके लिए मोदीजी का अभिनंदन करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से क‍िसान सम्‍मान न‍िधि‍ की क‍िस्‍त जारी क‍िए जाने के बाद गृहमंत्री अम‍ित शाह की तरफ से दो ट्वीट क‍िए गए. दूसरे ट्वीट में गृहमंत्री अम‍ित शाह ने कहा क‍ि एक किसान हितैषी सरकार कैसी होती है ये देश ने पिछले 7 साल से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु निरंतर अहर्निश प्रयास कर रही मोदी सरकार के रूप में देखा है. उन्‍होंने कहा क‍ि पीएम क‍िसान योजना ने खेती के सबसे महत्वपूर्ण समय पर किसानों को आर्थिक संबल देकर उन्हें कर्जमुक्त रखने का बहुत बड़ा काम किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शन‍िवार को पीएम क‍िसान योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों के ल‍िए 20,000 करोड़ से अधिक की क‍िस्‍त तो जारी की ही. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 351 किसान उत्पादक संगठनों के ल‍िए भी अनुदान जारी क‍िया. ज‍िसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान उत्पादक संगठनों के ल‍िए 14 करोड़ से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया, इससे 1.24 लाख से अधिक किसानों को लाभ होने की उम्‍मीद है. साथ ही उन्‍होंने कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की मजबूती की जानकारी भी दी. उन्‍होंने कहा क‍ि आज हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 8 फीसदी से भी ज्यादा है. साथ ही उन्‍होंने कहा क‍ि भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश भी आया है. उन्‍होंने कहा क‍ि देश के जीएसटी कलेक्शन (India GST Collection) ने सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर द‍िए हैं. निर्यात और विशेषकर कृषि के मामले में भी हमने नए प्रतिमान स्थापित किए हैं.

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