x
नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा उपचुनाव को लेकर बिहार एनडीए में टकराव की स्थिति बन रही है. दरअसल बिहार की बोचहां विधानसभा सीट पर जहां बीजेपी अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाह रही है वहीं एनडीए का ही हिस्सा विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख एवं मंत्री मुकेश सहनी अपनी पार्टी के प्रत्याशी को उस विधानसभा सीट से लड़ाने पर अड़े हुए हैं.
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख एवं मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि बोचहां विधानसभा उपचुनाव हमारी पार्टी लड़ेगी. हमारी पार्टी के विधायक के निधन से ही उपचुनाव हो रहा है. एनडीए से वीआईपी पार्टी का कैंडिडेट बोचहां उप चुनाव लड़ेगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के सबसे बड़े नेता हैं. वहीं बोचहां उपचुनाव के लिए एनडीए कैंडिडेट के नाम का ऐलान करेंगे. सहनी ने कहा कि हर हाल में हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी और उम्मीद है कि बीजेपी भी इस मुद्दे पर हमारा समर्थन करेगी. सहनी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि बीजेपी वहां अपना उम्मीदवार नहीं देगी.
बीजेपी के जो भी लोग मुझे मंत्री पद से हटाने या एनडीए से बाहर की मांग कर रहे हैं इसपर मैं कहना चाहता हूं कि यह सब बीजेपी विधायकों का निजी बयान है. बीजेपी का आला कमान मेरे बारे में कुछ नहीं बोल रहा है. बोचहां से मुसाफिर पासवान के परिवार का सदस्य ही मेरा उम्मीदवार होगा. सूत्रों के अनुसार मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान प्रत्याशी हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि UP में मेरे चुनाव लड़ने से अगर बीजेपी नाराज है तो मैं क्या कर सकता हूं. हर पार्टी को अपना विस्तार करने का अधिकार है. दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने का अधिकार है. हमने UP में चुनाव लड़ा. 1 भी सीट नहीं जीत पाये लेकिन अच्छा खासा वोट मिला. वीआईपी के तीनों विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की बात पर उन्होंने कहा कि एनडीए में JDU, बीजेपी हमारी पार्टी और मांझी की पार्टी है. इसलिये एनडीए के हर पार्टी का विधायक एक दूसरे के संपर्क में रहता है. मेरे भी संपर्क में जदयू, बीजेपी, मांझी की पार्टी के विधायक हैं.
बता दें बिहार के बोचहां विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर 12 अप्रैल को वोटिंग होगी और इसके नतीजे 16 फरवरी को आयेंगे. एनडीए में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है. हर हाल में विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी बोचहां में अपना उम्मीदवार उतारना चाहते हैं. बीजेपी यह सीट उनको देने को तैयार नहीं है. मुकेश सहनी बीजेपी के मना करने के बावजूद UP में चुनाव लड़े थे. 53 सीटों पर लड़े थे. योगी सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कर रहे थे इसलिए बीजेपी उनसे नाराज है.
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बोचहां से बेबी कुमारी निर्दलीय चुनाव लड़ीं थीं और जीत गईं थीं. बाद में बीजेपी में शामिल हो गई थी. बिहार बीजेपी में अभी वह महामंत्री हैं. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अगर लड़ेगी तो वहां से उनको उम्मीदवार बना सकती है. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बोचहां सीट विकासशील इंसान पार्टी को एनडीए में चली गई थी इसलिए बेबी कुमारी चुनाव नहीं लड़ पाई थी.
UP चुनाव में मुकेश सहनी की पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा. बीजेपी का कोई नुकसान नहीं कर पाए. अब चुनावी नतीजों के बाद बीजेपी विधायकों द्वारा उनको एनडीए से बाहर करने, मंत्रीपद से हटाने की मांग उठ रही है. उनका MLC का कार्यकाल दो महीने में समाप्त हो रहा है. उनको दोबारा MLC नहीं बनाने की मांग बिहार बीजेपी के कई विधायक कर रहे हैं.
मुकेश सहनी बीजेपी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे क्योंकि उन्होंने अपने एक विधायक को मंत्री बनाने की मांग की थी. राज्यपाल कोटे से एक एमएलसी सीट मांगी थी. निषाद समाज को SC या ST कैटेगरी में आरक्षण देने की मांग की थी. UP में 2 दर्जन सीट मांगा था लेकिन उनकी यह सभी मांग बीजेपी ने पूरी नहीं की.
इसलिये अंत में UP में चुनाव लड़ बीजेपी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए. बिहार में बीजेपी-JDU गठबंधन वाली एनडीए सरकार सहनी के तीन विधायकों के समर्थन से चल रही है. लेकिन सूत्रों की मानें तो उनके तीनों विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं.
jantaserishta.com
Next Story