अलका लांबा, कौसर जहां और वीरेंद्र सचदेवा-संदीप दीक्षित ने वोट डाले
दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. राजधानी की सभी 70 सीटों पर जारी मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा. इस दौरान दिल्ली के 1.56 करोड़ वोटर्स अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे और करीब 700 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को होगी.
#WATCH दिल्ली: नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा, "एक मतदाता के तौर पर मैंने देखा कि मेरे क्षेत्र में कौन अच्छा विधायक रहा है, कौन काम कर पाएगा, मैंने एक नागरिक के तौर पर वोट दिया है... लोग उस महिला को याद कर रहे हैं जिसने दिल्ली का निर्माण… pic.twitter.com/b1502W4fAe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2025
आम आदमी पार्टी जहां तीसरी बार सत्ता हासिल करने की लड़ाई में जुटी है तो वहीं बीजेपी-कांग्रेस भी दिल्ली की गद्दी कब्जाने की जद्दोजहद में है. बीजेपी 25 साल से ज्यादा समय से सत्ता से बाहर है. वहीं कांग्रेस आम आदमी पार्टी से पहले 15 साल सत्ता में रही, लेकिन पिछले दो चुनावों में पार्टी एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं रही है.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने वोट डालने के बाद कहा,'दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनेगी. दिल्ली की जनता विकसित दिल्ली के लिए वोट करने जा रही है. दिल्ली में अपनी हार स्वीकार कर अरविंद केजरीवाल गुंडागर्दी कर रहे हैं. कल सीएम आतिशी का सहयोगी 5 लाख रुपए के साथ पकड़ा गया और उसके साथ पकड़ा गया ड्राइवर दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में कार्यरत है.'
नई दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने सुबह-सुबह मतदान किया. इस दौरान उन्होंने कहा,'एक मतदाता होने के नाते मैंने देखा है कि कौन सा विधायक मेरे निर्वाचन क्षेत्र में काम करेगा, कौन सी पार्टी अच्छी सरकार बनाएगी. जब मैं बूथ पर था, तो मैं सिर्फ एक मतदाता था. मतदाताओं ने अपना मन बना लिया है और लोग दिल्ली को बनाने वाली महिला को याद कर रहे हैं.'
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहां ने मतदान किया. मतदान करने के बाद कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा ने कहा, "मुझे लगता है कि दिल्ली के मतदाता हमसे(उम्मीदवार) अधिक उत्साहित हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वे बदलाव और विकास जाते हैं... लोगों ने 10 सालों में दिल्ली को 20 साल पीछे जाते हुए देखा है ...हमें समय के साथ आगे बढ़ना चाहिए था लेकिन हम पीछे रह गए। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के जागरुक मतदाता घरों से बाहर निकलेंगे और मुद्दों पर मतदान करेंगे..."