
गुजरात। भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में प्रचंड जीत हासिल की है, लेकिन राज्य में एक सीट ऐसी है, जहां से अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने भी एंट्री मारी है. सपा ने मैनपुरी के साथ-साथ गुजरात की पोरबंदर जिले की कुटियाना विधानसभा में झंडा गाड़ा है. इस इकलौती सीट पर जीत हासिल करने वाली सपा ने भाजपा को 26 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. दरअसल, सपा को जीत गुजरात की 'लेडी डॉन' संतोकबेन जडेजा के बेटे कांधलभाई सरमनभाई जडेजा ने दिलाई है.
गुजरात में कुटियाना-84 विधानसभा पर सपा प्रत्याशी कांधलभाई सरमनभाई जडेजा ने जीत दर्ज की है. जडेजा को 60163 वोट मिले हैं. कांधलभाई का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढेलिबेन मालदेभाई ओदेदारा और आम आदमी पार्टी के भीमाभाई दानाभाई मकवाना और कांग्रेस के नाथाभाई भूराभाई ओदेदरा से था. भारतीय जनता पार्टी के ढेलिबेन मालदेभाई ओदेदारा के इस सीट पर 33532 वोट मिले हैं. यहां कांग्रेस के नाथाभाई भूराभाई ओदेदरा को 8672 वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी के भीमाभाई दानाभाई मकवाना को 1023 वोट मिले. गुजरात में इस चुनाव भारतीय जनता पार्टी को 156 सीटें हासिल हुई हैं. वहीं कांग्रेस को इस चुनाव में सिर्फ 17 सीटों से संतोष करना पड़ा है. आम आदमी पार्टी को पांच सीटें मिली हैं. यहां समाजवादी पार्टी ने कुटियाना सीट पर फतह हासिल की है. इसी के साथ तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं.
कुटियाना विधानसभा सीट गुजरात के पोरबंदर जिले में आती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में कुटियाना में 50.39 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2017 में कांधलभाई जडेजा ने भारतीय जनता पार्टी के ओडेदरा लखमणभाई भीमाभाई को 23,709 वोटों के अंतर से हराया था. कांधल जडेजा, पोरबंदर की लेडी डॉन संतोक बेन जडेजा के बेटे हैं. माना जाता है कि कुटियाना में कांधल जाडेजा किसी भी पार्टी से चुनाव लड़े. उनकी जीत तय है. इससे उनके दबदबे का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है. वर्ष 2017 से कांधल जाडेजा चाहे राज्यसभा का चुनाव हो या राष्ट्रपति का चुनाव, वह हमेशा पार्टी के विरोध में वोटिंग करते रहे हैं. 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता अहमद पटेल (अब दिवंगत) के खिलाफ खुलकर विरोध करते हुए बीजेपी कैंडिडेट को वोट दिया था.
इसके बाद हर राज्यसभा चुनावों में वह बीजेपी प्रत्याशी को वोट देते रहे हैं. हालिया राष्ट्रपति चुनाव में भी उन्होंने पार्टी लाइन से अलग NDA की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था. इस बार चुनाव से पहले कांधल जडेजा के बीजेपी में शामिल होने की भी चर्चा थी.