उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां राइस मिल में काम करने गए युवकों ने एक नाबलिग के पेट में कंप्रेसर से प्राइवेट पार्ट के जरिए से हवा भर दी. आनन-फानन में नाबालिग को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. एंबुलेंस से अस्पताल को जाते वक्त नाबालिग ने अपने साथ हुई घटना और आरोपियों के नाम भी बताएं हैं. वहीं, परिजनों ने घटना के तीन दिन बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. एसपी का कहना है तहरीर मिलते ही कारवाई की जाएगी. वैसे तो राइस मिल में नाबालिग से काम लेना अपराध लेकिन इस प्रावधान का राइस मिलर के मालिकों को कोई डर नहीं है. मामला पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के गुरुनानल राइस मिल का है. बताया जा रहा है कि 14 वर्ष का नाबालिग कक्षा 9 का छात्र था जो अपने घर का खर्च चलाने के लिए पिता की जगह गुरुनानक राइस मिल में मजदूरी करने तीन दिन पहले गया था. मिल में उसके साथ गांव के ही चार युवक भी काम करते थे.
आरोप है की लंच के वक्त गांव के दो युवकों ने नाबालिग को पकड़ लिया और बाकी दो युवकों ने कंप्रेसर से प्राइवेट पार्ट के जरिए उसके पेट में हवा भर दी. नाबालिग की हालत बिगड़ने पर उसे आनन-फानन में पूरनपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर ने हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. डॉक्टर ने इलाज के दौरान आंत फटने की बात कही. हालत में सुधार न आने पर नाबालिग को बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मामला चूंकि एक ही गांव का था इसलिए पीड़ित पक्ष ने सुलह समझौते के चलते अभी तक आरोपियों पर कार्रवाई को हामी नहीं भरी है. वहीं, एसपी का कहना है कि तहरीर मिलने के बाद ही कार्रवाई होगी. ऐसे में सवाल उठता है कि भले ही शिकायत न कि हो लेकिन मामला अधिकारियों के संज्ञान में है. बावजूद इसके किसी अधिकारी ने राइस मिल संचालक पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. सवाल तो ये भी है कि आखिर नाबालिग राइस मिल में कैसे काम कर रहा था.