कृषि सचिव के बाद अब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसान संगठनों के सवालों का जवाब दे रहे हैं. सरकार और किसानों के बीच 7 घंटे से बैठक जारी है. ये बैठक दिल्ली के विज्ञान भवन में हो रही है. बैठक में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमएसपी को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा. सूत्रों के मुताबिक, किसान संगठनों ने कहा कि जब विज्ञान भवन में बैठक के लिए आते हैं तो हमें चेक पोस्ट पर रोक जाता है. इस पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अगली बार से हम आपके लिए पुलिस एस्कॉर्ट भेजेंगे. सरकार के साथ बैठक में किसान संगठनों ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की. किसानों का कहना है कि संसद सत्र बुलाकर कृषि कानूनों को रद्द किया जाए. कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार और किसानों ने अपना पक्ष रखा. किसानों की चिंता जायज है. सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार खुले मन से किसान यूनियन के साथ चर्चा कर रही है. किसानों की 2-3 बिंदुओं पर चिंता है. बैठक सौहार्द्रपूण माहौल में हुई. APMS को सशक्त बनाने के लिए सरकार विचार करेगीसरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक खत्म हो गई है. दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 12 बजे शुरू हुई ये बैठक करीब साढ़े सात घंटे चली. अब 5 दिसंबर को अगली बैठक होगी.
इससे पहले 1 दिसंबर की मीटिंग में भी किसानों को सरकार की तरफ से चाय ऑफर की गई तो उन्होंने कह दिया था कि चाय नहीं, मांगें पूरी कीजिए। आप धरनास्थल पर आइए, आपको जलेबी खिलाएंगे। उधर, पंजाब के पूर्व CM और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल (92) ने किसानों के समर्थन में पद्म विभूषण लौटा दिया है। बादल को 2015 में ये अवॉर्ड मिला था। बादल की पार्टी शिरोमणि अकाली दल 22 साल से NDA के साथ थी, लेकिन कृषि कानूनों के विरोध में सितंबर में गठबंधन से अलग हो गई थी। इससे पहले 17 सितंबर को हरसिमरत कौर बादल ने भी मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। उधर, शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी पद्म भूषण अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है।