तड़पते मरीजों को फिर नहीं मिली चिकित्सा सुविधा, वेंटिलेटर पर स्वास्थ्य विभाग
छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव. अब से कुछ ही देर पहले सोमवार की रात को नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर मानवता तार-तार होते दिख गई। रात्रि लगभग 11 बजे अंबाडा निवासी एक महिला के परिजन बेहोशी की हालत में उसे उपचार कराने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां पर उपस्थित स्टाफ के द्वारा उसका इलाज से ही साफ इंकार कर दिया गया। इस दौरान नगर का एक और पुरुष मरीज सीने में दर्द से कराहता हुआ पहुंचा। उसका उपचार चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण नहीं किया गया।
ऐसे विपरीत समय पर बीएमओ को फोन लगाए जाने पर भी उसका रिप्लाई नहीं मिला है। गौरतलब है कि 1 सप्ताह पूर्व ही एंबुलेंस के नहीं मिल जाने से एक युवक को तड़पती अवस्था में निजी वाहनों से छिंदवाड़ा रेफर करना पड़ा था। इसके बावजूद स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारे जाने के लिए कोई प्रयास का ना होना अत्यंत शर्मनाक है। बीएमओ सहित चिकित्सकों के अपनी ड्यूटी के दौरान अनुपस्थिति होने से लोगों में एक बार फिर गुस्सा गहरा रहा है।