दिल्ली। केंद्र की नई सेना भर्ती योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ उत्तर भारत में पिछले तीन दिन से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक बुला दी है. यह बैठक आज सुबह 11:30 बजे होगी. इस बैठक में अग्निपथ योजना को लेकर भी चर्चा हो सकती है. मालूम हो कि इस योजना के खिलाफ बिहार, यूपी, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान समेत 13 राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं छात्रों का विरोध देखते हुए विपक्ष के साथ-साथ बीजेपी नेता और बीजेपी के सहयोगी दल भी इस योजना पर फिर से विचार करने की अपील कर रहे हैं.
- पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से मौजूद रेजिमेंट के विशिष्ट लोकाचार को कमजोर करेगा. उन्होंने आश्चर्य जताया कि सरकार को भर्ती नीति में इस तरह के मौलिक बदलाव करने की आवश्यकता क्यों पड़ी, जबकि इतने सालों से देश के लिए बेहतर तरीके से काम कर रही है.
- सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा कि 'अग्निपथ' योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं. युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे.
- बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार से इस योजना पर पुनर्विचार करने की अपील की है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि अग्निपथ नीति को लेकर युवाओं और नौजवानों के समाने उनका भविष्य खतरा मंडरा रहा है. वहीं संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्र को छात्रों से बात करनी चाहिए, ताकि मामले को शांत किया जा सके.