तमिलनाडु के करूर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक शख्स ने कथित तौर पर मंदिर के सामने जान इसलिए दे दी क्योंकि उसने एक राजनीतिक पार्टी की जीत के लिए प्रार्थना की थी, जब उसकी प्रार्थनाएं पूरी हो गईं तो उसने जान दे दी. शख्स ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने चुनाव में द्रविण मुनेत्र कड़गम की जीत के लिए भगवान से प्रार्थना की थी. उसने कहा था अगर उसकी मांग पूरी हो जाएगी तो वह आत्मबलिदान करेगा.
शख्स ने डीएमके की जीत के लिए प्रार्थना की थी और यह पूरा होते ही उसने अपने जीवन का बलिदान कर दिया. शख्स सुबह सोकर उठा और भगवान के दर्शन करने मंदिर पहुंचा. वहां शख्स ने अपने शरीर में आग लगा ली और खुदकुशी कर ली. मृतक एक रिटार्यड सरकारी कर्मचारी था, जिसका नाम उलगनाथन है. शख्स की उम्र 60 वर्ष थी.
मंदिर में स्थानीय लोगों को कथित तौर पर एक नोट मिला है जिसमें कहा गया है कि मृतक शख्स ने द्रमुक के सत्ता में वापस आने और द्रमुक नेता और मंत्री सेंथिल बालाजी की जीत के लिए प्रार्थना की थी. शख्स ने खुदकुशी का दिन आषाण अमावस्या का चुना, यह तमिलों के बीच में एक शुभ दिन के तौर पर जाना जाता है. शख्स ने मंदिर के सामने अपनी प्रार्थना पूरी करने के लिए ईश्वर को भेंट देने के तौर पर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट को बरामद कर लिया है. परिचितों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. मामले की जांच जारी है.