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मुख्यमंत्रियों के बाद अब केजरीवाल ने बड़े उद्योगपतियों को लिखा पत्र, बोले- ऑक्सीजन पर प्लीज...

Kunti Dhruw
25 April 2021 4:42 PM GMT
मुख्यमंत्रियों के बाद अब केजरीवाल ने बड़े उद्योगपतियों को लिखा पत्र,  बोले- ऑक्सीजन पर प्लीज...
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दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है जिससे हालात बदतर हो रहे हैं। तमाम अस्पताल रोजाना ऑक्सीजन की किल्लत का सामना कर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले देशभर के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा, अब उन्होंने देश के बड़े उद्योगपतियों- अंबानी, टाटा, बिरला और बजाज को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की सहायता मांगी है।

केजरीवाल ने पत्र में लिखा है, 'अगर आपके पास ऑक्सीजन या टैंकर हैं तो प्लीज दिल्ली सरकार की मदद करें। आप जिस तरह भी कर सकते हैं, उस तरह से हमारी मदद करें।' इससे पहले केजरीवाल ने मुख्यमंत्रियों के नाम पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने उनसे राजधानी के लिए ऑक्सीजन मांगा था। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि यदि प्रमुख उद्योगपति, ऑक्सीजन का उपयोग या उत्पादन करने में शामिल हैं और क्रायोजेनिक टैंकरों में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद कर सकते हैं, तो इस समय दिल्ली की मदद करने के लिए हम उनके आभारी रहेंगे। उन्होंने पत्र में कोविड मामलों में तेजी से हुई बढ़ोत्तरी के चलते ऑक्सीजन की कमी का हवाला दिया है।


अरविंद केजरीवाल ने कोविड महामारी के चलते इस स्थिति को आपात स्थिति समझने की अपील की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि दिल्ली में ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है। दिल्ली को मौजूदा समय में ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आगे लिखा है कि केंद्र सरकार इस संबंध में दिल्ली की मदद कर रही है, लेकिन कोरोना के प्रसार की तीव्रता इतनी गंभीर है कि इसकी मात्रा अपर्याप्त साबित हो रही है। उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी है। दिल्ली में ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है। पिछले कुछ दिनों में कोविड मामलों में अभूतपूर्व वृद्धि के कारण दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की दैनिक आपूर्ति हमारी जरूरत के हिसाब से कम है। उन्होंने कहा कि केंद्र हमारी मदद कर रहा है मगर कोविड संक्रमण इतना तेज है कि यह पूरा नहीं हो पा रहा है।
पत्र में आगे लिखा है मैं समझता हूं कि आपका संगठन या तो ऑक्सीजन का इस्तेमाल करता है या उत्पादन करता है या फिर किसी से लेता है। यदि आप हमें इस समय क्रायोजेनिक टैंकरों के साथ-साथ ऑक्सीजन का कोई भी स्टॉक प्रदान कर सकते हैं, तो मैं इसके लिए आपका आभारी रहूंगा। हम किसी अन्य देश से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकरों के आयात में किसी भी मदद का स्वगत करेंगे। कृपया आप लोग इसे आपात स्थिति समझें।


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