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न्यायिक जांच के बाद अधिकारियों और डॉक्टर पर गाज, FIR दर्ज, कस्टडी में युवक के साथ हुई थी ये घटना

jantaserishta.com
12 July 2021 3:19 AM GMT
न्यायिक जांच के बाद अधिकारियों और डॉक्टर पर गाज, FIR दर्ज, कस्टडी में युवक के साथ हुई थी ये घटना
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युवक पर 90 ग्राम मादक पदार्थ स्मेक रखने का आरोप था.

मंदसौर में बीते दो अप्रैल के दिन म.प्र. नारकोटिक्स विंग के थाने में, राजस्थान के एक युवक सोहेल पठान की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि नारकोटिक्स विंग के सब इंस्पेक्टर राजमल दायमा ने युवक को छोड़ने के बदले 50 लाख की मांग की थी. युवक पर 90 ग्राम मादक पदार्थ स्मेक रखने का आरोप था.

3 अप्रैल की सुबह नारकोटिक्स विंग ने सोहेल के परिजनों को सूचना दी कि उसकी मौत हो गई है. परिजनों ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की थी. न्यायिक जांच के आधार पर नारकोटिक्स विंग के सब इंस्पेक्टर राजमल दायमा, आरक्षक प्रशांत कैथवास, आरक्षक कमल पटेल तथा डॉ. बी.एस. कटारे पर एडीजे मंदसौर समीर मिश्र द्वारा धारा 302, 201, 218 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए गए है. इस मामले में आरोपी बनाए गए डॉक्टर बीएस कटारे ने कहा है कि उन्हें बेवजह फसाया गया है. सरकारी सर्जन ने एक जज पर सीधे आरोप लगाए हैं.
3 अप्रैल 2021 की सुबह मंदसौर जिला अस्पताल में राजस्थान के असावता गांव के लोगों का हुजूम लग गया था. मामला असावता गांव के युवक सोहेल पठान की पुलिस कस्टडी में मौत का था. सोहेल के घर वालों का आरोप था कि नारकोटिक्स विंग के सब इंस्पेक्टर राजमल दायमा ने मृतक सोहेल पर झूठा मादक पदार्थ तस्करी का केस बनाया था. जो एक दिन पहले तक युवक को छोड़ने के लिए 50 लाख रुपए की मांग कर रहा था लेकिन अगले ही दिन पुलिस कस्टडी में सोहेल पठान की मौत हो गई.
परिजनों के मुताबिक सोहेल के बदन पर कई जगह मारपीट के निशान भी थे. इस घटना में परिजनों द्वारा न्यायिक जांच की मांग भी की गई थी. इसके बाद अतिरिक्त न्यायाधीश की उपस्थिति में मृतक का पोस्टमार्टम भी हुआ था. मृतक सोहेल के परिजनों का सीधा आरोप था कि नारकोटिक्स विंग के सब इंस्पेक्टर व जवानों ने सोहेल को इतनी बुरी तरह से पीटा है कि उसकी मौत हो गई.
सुनील का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल में हुआ था जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई थी. अब इस मामले में न्यायिक जांच के आधार पर नारकोटिक्स विंग के सब इंस्पेक्टर तथा दो आरक्षको के अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने वाले जिला अस्पताल मंदसौर के सर्जन बीएस कटारे पर भी प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया गया है.
न्यायिक जांच के बाद इस मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. बीएस कटारे पर भी प्रकरण दर्ज करने के आदेश हुए हैं. जिला अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर मंदसौर एसपी के ऑफिस पर इकट्ठा हो गए थे जहां डॉक्टर कटारे भी मौजूद थे. इस मामले को लेकर डॉ. बीएस कटारे से बात की गई, डॉक्टर कटारे के मुताबिक सोहेल की मौत हार्ट अटैक से ही हुई थी. लेकिन उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है.
डॉ बीएस कटारे ने कहा ''सोहेल पठान की मौत नारकोटिक्स विंग की कस्टडी में हुई थी जिसका पैनल में पोस्टमार्टम किया गया था और उसकी मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट पाया गया था. 3 दिन बाद मेरे पास मजिस्ट्रेट समीर जी मिश्रा का फोन आया था, उन्होंने कहा कि आपने पोस्टमार्टम गलत किया है, इसे आप चेंज करें. मैंने कहा कि पोस्टमार्टम पैनल द्वारा किया गया है जिसे चेंज नहीं किया जा सकता, जो पैनल का डिसीजन होगा वही माना जाएगा. तो उन्होंने कहा कि मैं वेरिफिकेशन करवा लूंगा मुझे सब आता है, आप चिंता ना करें. इस तरह मुझे मजिस्ट्रेट साहब द्वारा धमकी दी गई. मुझे आज पता चला कि मुझ पर भी प्रकरण दर्ज करने को कहा गया है तो यह द्वेष पूर्ण जातिगत आधार पर है. जबकि पैनल में पोस्टमार्टम किया गया था उसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग की हुई है कहीं भी चोट के निशान नहीं थे.
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