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भोपाल में सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है
भोपाल में सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पत्नी ने पहले दूध पिलाकर पति को बेहोश किया। फिर प्रेमी को बुलाकर हथौड़े और धारदार हथियार से हमला करके पति की निर्मम हत्या कर दी। इतना ही नहीं मौत की पुष्टि करने के लिए उन्होंने उसका गला भी घोंटा। वारदात के वक्त महिला के दोनों बच्चे दूसरे कमरे में सो रहे थे। हत्या करने के बाद दोनों शव को लेकर थाने पहुंचे। मामला सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। आरोपी के ताऊ अशोक पांडेय संघ प्रचारक और एडीजे से रिटायर्ड व PSC के चेयरमैन रह चुके हैं।
ये सनसनीखेज मामला भोपाल के कटाराहिल्स थाना इलाके का है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, महिला की पहचान संगीता के रूप में हुई है। उसके प्रेमी का नाम आशीष पांडेय है। मृतक की शिनाख्त धनराज मीणा के रूप में हुई है। मंगलवार दोपहर जब दोनों खून से लथपथ लाश लेकर कार पर सवार होकर थाने पहुंचे। नजारा देखकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर है आरोपी
पुलिस के अनुसार, आरोपी आशीष पांडेय, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। इसके अलावा खुद को एक आरएसएस नेता भी बताता है। 42 वर्षीय आशीष ने 40 साल की संगीत को साथ में लेकर धनराज मीणा की हथौड़े और धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी। भोपाल (दक्षिण) के पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण थोटा ने कहा, "उन्होंने मंगलवार को एक बैग में पैक करके शव को निपटाने की कोशिश की, लेकिन जब वे ऐसा करने में विफल रहे, तो वे कटारा हिल्स पुलिस स्टेशन पहुंचे और मंगलवार दोपहर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।"
पांच महीने से रिलेशनशिप में आशीष और संगीता
थोटा ने कहा, 'संगीता मीणा और आशीष पांडे, जो पड़ोसी हैं, पिछले पांच महीने से रिलेशनशिप में थे। हाल ही में धनराज मीणा को इस बात का पता चला। धनराज ने अपनी पत्नी और पांडे को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। धनराज ने अपनी पत्नी से यह भी कहा कि वे घर बदलने जा रहे हैं। संगीता और पांडे ने फिर मीणा को मारने की योजना बनाई।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
एसपी ने कहा, "सोमवार की रात संगीता ने धनराज को काढ़े में नींद की गोलियां दीं। उसके सो जाने के बाद संगीता ने रात 2 बजे पांडे को बुलाया और धनराज पर हथौड़े और धारदार हथियार से हमला किया और बाद में मौत सुनिश्चित करने के लिए उसका गला भी घोंटा। जब उन्होंने धनराज की हत्या की, तो उनके दो किशोर बच्चे कमरे में सो रहे थे। संगीता और पांडे ने शव को कार में छिपाने के लिए पैक किया। मंगलवार को बच्चे स्कूल गए तो आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया। शहर भर में घूमने के बाद उन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।"
पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। उन्होंने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पांडे ने खुद को आरएसएस का नगर संपर्क प्रमुख होने का दावा किया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष और सेवानिवृत्त अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) का भतीजा भी है। हालांकि, आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश सिसोदिया ने आशीष पांडे के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया।
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