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इस साल 21 दिसंबर को अंतरिक्ष में ऐसा चमकत्कार होगा जो इससे पहले 1623 ईस्वी में हुआ था. दरअसल एक दुर्लभ खगोलीय घटना होगी जिसमें बृहस्पति और शनि इस दिन एक दूसरे के बेहद करीब दिखाई देंगे. इस दौरान यह चमकदार तारे की तरह लोगों को नजर आएंगे. यह अद्भुत संयोग करीब 400 साल बाद बना है और अगर आप इसे देखने से चूक गए तो इसके लिए फिर आपको 60 साल इंतजार करना होगा.
1623 ईस्वी के बाद से दोनों ग्रह इतने करीब कभी नहीं रहे हैं, और इसलिए इसे "एक महान संयोजन" बताया जा रहा है. एमपी बिड़ला तारामंडल के निदेशक, देबी प्रसाद दुआरी ने अपने बयान में कहा कि यह बेहद दुर्लभ संयोग है जो हजारों वर्षों में एक बार बनता है.
उन्होंने कहा, "अगर दो खगोलीय पिंड पृथ्वी से एक दूसरे के करीब दिखाई देते हैं, तो इसे एक संयुग्मन कहा जाता है और अगर शनि और बृहस्पति के ऐसे संयोग बनते हैं तो इसे महान संयुग्मन कहते हैं."
दुआरी ने कहा, 21 दिसंबर की रात इन दोनों ग्रहों की भौतिक दूरी लगभग 735 मिलियन किमी होगी. इसके बाद ऐसा अद्भुत संयोग 15 मार्च, 2080 को बनेगा. उन्होंने कहा कि 21 दिसंबर को दोनों ग्रह एक-दूसरे के करीब आते दिखाई देंगे.
21 दिसंबर के दिन भारत भर के अधिकांश प्रमुख शहरों में, सूर्यास्त के बाद इस अद्भुत नजारे को लोग अपनी आंखों से आसानी से देख सकते हैं.
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