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2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों के खाते में बोनस की राशि पहुंचेगी, खाते में अंतरित होंगे 67 करोड़ रुपए

jantaserishta.com
21 April 2022 5:38 PM GMT
2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों के खाते में बोनस की राशि पहुंचेगी, खाते में अंतरित होंगे 67 करोड़ रुपए
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भोपाल: मध्यप्रदेश (MP) में 2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों (beneficiaries) के खाते में बोनस (bonus) की राशि पहुंचेगी। दरअसल केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit shah) 22 अप्रैल को भोपाल दौरे पर पहुंच रहे हैं। साथ ही लाखों संग्राहको के खाते में 67 करोड़ की राशि अंतरित की जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। आखिरकार 2 साल के बाद तेंदूपत्ता संग्राहकों (Tendu leaves collectors) के खाते में राशि दी जा रही है। इससे पहले Corona काल के दौरान इस राशि को रोक लिया गया था।

दरअसल अमित शाह 22 अप्रैल को जंबूरी मैदान पर आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में शामिल होंगे। जिसमें प्रदेश के 18 लाख संग्राहकों को 67 करोड़ रूपए का बोनस वितरित किया जाएगा। बता दे कि 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में यह बोनस वर्ष 2020 के सीजन की भेजी जाएगी।
साथ ही वनोपज समिति और तेंदूपत्ता संग्राहको के लिए कई बड़ी और नई घोषणाएं भी की जा सकती है। 22 अप्रैल को अमित शाह 18 लाख लोगों को बड़ा तोहफा देंगे। इसके साथ ही कार्य योजना के तहत 4 लाख 31 हजार हेक्टेयर पर बिगड़े बन के स्वरूप को बदलने वाली ग्राम समितियों को भी सम्मानित किया जाएगा। चर्चा है कि 1152 ग्राम समितियों को सम्मानित करने के साथ ही 20 फीसद राजस्व का हिस्सा दिए जाने की भी घोषणा की जा सकती है।
अगर ऐसा होता है तो ऐसे समितियों के हिस्से में हर वर्ष 160 करोड़ रुपए पहुंचेंगे। वहीं प्रदेश के 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में ₹67 करोड़ रूपए की राशि अंतरिक्ष की जाएगी। इससे पहले वर्ष 2017-18 और 19 के तेंदूपत्ता संग्राहक को बोनस के रूप में 191 करोड़ 40 लाख रुपए का वितरण किया गया था। इसका सबसे ज्यादा लाभ सतना, सिंगरौली, उमरिया जिले के तेंदूपत्ता संग्रहक को मिला था।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक ऐसे पाए गए हैं। जो न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत हुए बल्कि अपनी जगह दूसरे से काम करवा कर संग्राहक बनकर सरकारी योजना का लाभ ले रहे थे। ऐसे संग्राहक को संबल योजना से बाहर कर दिया गया है। वहीं ऐसे संग्राहक की संख्या डेढ़ लाख के करीब बताई जा रही है। जिसमें से सबसे अधिक अपात्र तेंदूपत्ता संग्राहक सिवनी जिले में पाए गए हैं। सिवनी जिले में इनकी संख्या करीब 63000 के करीब है।
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