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सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जानें से प्रशासन ने रोका, सर्किट हाउस में किए गए नजरबंद

Deepa Sahu
6 Oct 2021 6:30 PM GMT
सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जानें से प्रशासन ने रोका, सर्किट हाउस में किए गए नजरबंद
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सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जानें से प्रशासन ने रोका

लखीमपुर खीरी जा रहे कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को पुलिस प्रशासन ने मूंढापांडे टोल प्लाजा से आगे नहीं बढ़ने दिया। मूंढापांडे टोल प्लाजा पर उन्हें रोक लिया गया। बाद में उन्हें सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया गया। गेट पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। इस बीच सर्किट हाउस के बाहर कांग्रेसी जुटने लगे हैं। किसी को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि सचिन पायलट से बातचीत की जा रही है।

चार घंटे से चल रही वार्ता
सर्किट हाउस में पिछले चार घंटे से सचिन पायलट और एडीएम सिटी आलोक वर्मा व एसपी सिटी अमित आनंद के बीच वार्ता चल रही है। अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि सचिन पायलट लखीमपुर खीरी जाएंगे या फिर उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ेगा। उधर, सर्किट हाउस के बाहर कांग्रेसी भी डटे हुए हैं।
सर्किट हाउस को चारों से पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे में ले रखा है। मुख्य गेट पर सीओ सिविल लाइंस इंदु सिद्घार्थ के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। भाजपा नेता और पदाधिकारियों को छोड़कर किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सूत्रों का कहना है कि सर्किट हाउस के एक कक्ष में सचिन पायलट और एडीएम सिटी व एसपी सिटी के बीच वार्ता चल रही है, जबकि दूसरे कक्ष में आचार्य प्रमोद कृष्ण व कांग्रेस नेता व वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद मोहन गुप्ता व अन्य पदाधिकारी बैठे हुए हैं।

सर्किट हाउस के बाहर कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन
सर्किट हाउस में सचिन पायलट से न मिलने दिए जाने से नाराज स्थानीय कांग्रेसी नेता भड़क गए। उन्होंने सर्किट हाउस के बाहर ही सड़क पर बैठकर पुलिस प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेसियों का कहना है कि भाजपा शासन में किसानों को कारों से कुचला जा रहा है। कांग्रेसी किसानों का दुख दर्द बांटने के लिए उनसे मिलने जा रहे हैं तो उन्हें रोका जा रहा है। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया गया है।
स्थानीय नेताओं से भी उनको नहीं मिलने दिया जा रहा। सर्किट हाउस के बाहर प्रदर्शन करने वालों में जिला अध्यक्ष असलम खुर्शीद, सचिन चौधरी, अनुभव मल्होत्रा समेत अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद हैं।
मुरादाबाद आने से पूर्व गजरौला और जोया टोल प्लाजा से पायलट का काफिला बेरोकटोक आगे बढ़ा था। गजरौला में पितृ विसर्जन अमावस्या के कारण गंगा पुल पर लगे जाम के दौरान भी कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कांग्रेसियों के बीच संक्षिप्त संबोधन भी किया था।

गजरौला में भाजपा सरकार पर जमकर बरसे पायलट
दिल्ली से अमरोहा होकर लखीमपुर खीरी के लिए निकले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गजरौला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच यूपी की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि लखीमपुर कांड के पीड़ितों के आंसू पूछने वालों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है। तीन दिन तक प्रियंका गांधी को गलत तरीके से प्रताड़ित किया गया।
कई प्रकार का वीडियो सामने लाकर आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। सरकार की मंशा नहीं है कि प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो। आरोपी खुले घूम रहे हैं। मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है। खुले घूम रहे नामजद आरोपी जांच को प्रभावित करेंगे।
उन्होंने कहा कि अपने हक के लिए आंदोलन करना किसानों का अधिकार है। किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, कांग्रेस पहले भी उनके साथ थी और आज भी उनके साथ है। किसानों के साथ जो विश्वासघात हुआ है उसकी भरपाई भाजपा सरकार को करनी होगी। पिछले चार साल में प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हो गई है। लोकतांत्रिक उसूलों से परे हटकर काम हुए हैं।
पायलट ने कहा कि अगर नैतिकता बची है तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। पायलट के साथ कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन भी मौजूद थे।
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