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32 बिल्डरों पर एक्शन, 300 करोड़ की संपत्ति जब्त, ये है वजह

jantaserishta.com
30 Jun 2021 8:28 AM GMT
32 बिल्डरों पर एक्शन, 300 करोड़ की संपत्ति जब्त, ये है वजह
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जाने किन बिल्डरों पर की गई कार्रवाई?

नोएडा प्रशासन ने डिफॉल्टर बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. प्रशासन ने 32 डिफॉल्टर बिल्डरों की करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है. इन संपत्तियों को अब नीलामी की जाएगी. जानकारी के मुताबिक, संपत्ति नीलामी की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होगी.

जिला प्रशासन ने रेरा के आदेशों का पालन न करने पर ये कार्रवाई की है. डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि कार्रवाई की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. सरकार को भी इसकी जानकारी दे दी गई है.
उन्होंने बताया कि रेरा ने फ्लैट खरीदारों को उनका पैसा वापस लौटाने औऱ घरों पर कब्जा देने का आदेश दिया था, लेकिन बिल्डर इसकी लगातार अनदेखी कर रहे थे और अमल में नहीं ला रहे थे. ऐसे में 32 बिल्डरों पर करीब 1000 आदेश लंबित हैं. अब इन डिफॉल्टरों पर जिला प्रशासन सख्ती कर रहा है. इन प्रॉपर्टी की अगले महीने ऑनलाइन नीलामी की जाएगी.
गौतमबुद्ध नगर की अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनीता श्रीवास्तव ने बताया कि बिल्डरों की जो प्रॉपर्टी जब्त की गई हैं, उनमें 162 फ्लैट, 6 भूखंड, 5 दुकान और 28 लग्जरी विला शामिल हैं.
किन बिल्डरों पर की गई कार्रवाईः
- अंतरिक्ष बिल्डर के 2 फ्लैट
- केलटेक इंफ्रा के 7 फ्लैट
- रुद्र बिल्डवेल होम्स के 8 फ्लैट
- बुलंद बिल्डटेक रियलटर्स के 9 फ्लैट
- सुपर सिटी डेवलपर्स के 3 फ्लैट
- कॉसमॉस इंफ्रा एस्टेट के 47 फ्लैट
- यूनिबेरा डेवलपर्स का 1 फ्लैट
- जैग्वार इंफ्रा का 1 फ्लैट
- इंवेस्टर क्लीनिक का 1 फ्लैट
- आरजी रेजीडेंसी के 2 फ्लैट
- सुपरटेक के 28 विला
- मॉर्फियस डेवलपर्स के 6 फ्लैट
- मैस्कॉट होम्स के 7 फ्लैट
- लॉजिक्स सिटी डेवलपर्स के 11 फ्लैट
- सनवर्ड रेजीडेंसी के 9 फ्लैट
- हैबीटेक इंफ्रास्ट्रक्चर का 1 फ्लैट
- गायत्री हॉस्पिटेलिटी एंड रियलकॉन के 23 फ्लैट
- न्यूटेक प्रमोटर एंड डेवलपर्स के 3 फ्लैट
- अजनारा इंडिया के 8 फ्लैट
- रेडिकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड हाउसिंग के 5
- डिलीगेंट बिल्डर्स का 1 फ्लैट
इनके अलावा सनवर्ड सिटी, न्यूटेक प्रमोटर्स एंड डेवलपर्स, सिक्का इंफ्रास्ट्रक्चर, जयदेव इंफ्राटेक, वोकेशनल एजुकेशन फाउंडेशन, मिस्ट डायरेक्ट, ग्रेड वेनिस, ग्रीन व्यू टू, आल्टिमेट इंफ्रोविजन, ग्रीन बे इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्डर शामिल हैं.
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