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थप्पड़ कांड देश में छाया: एडीसीपी ने थाना इंचार्ज समेत 3 अफसर को किया लाइन हाजिर, क्या है मामला?

Shantanu Roy
5 Aug 2021 4:39 AM GMT
थप्पड़ कांड देश में छाया: एडीसीपी ने थाना इंचार्ज समेत 3 अफसर को किया लाइन हाजिर, क्या है मामला?
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एक-दूसरे पर लगाए थे ये आरोप.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैब ड्राइवर की पिटाई के मामले में थाना इंचार्ज समेत उप निरीक्षक और चौकी इंचार्ज को सजा मिल गई है. तीनों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही इस मामले की जांच अब एडीसीपी सेंट्रल जोन चिरंजीवी नाथ सिन्हा को दी गई है. इस बीच आरोपी लड़की और ड्राइवर के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है.

ट्रैफिक रेड लाइट पर थप्पड़ कांड के बाद कृष्णानगर थाना इंचार्ज महेश दुबे, उप निरीक्षक मन्नान और चौकी इंचार्ज भोला खेडा हरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है. थाना इंचार्ज पर अपने उच्च अधिकारियों को मिसगाइड करने का आरोप था, जबकि चौकी इंचार्ज पर कैब ड्राइवर ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था.
एक-दूसरे पर लगाए थे ये आरोप
आपको बता दें कि चौकी इंचार्ज और थाना इंचार्ज में थप्पड़ कांड के बाद से विवाद था. दोनों एक-दूसरे पर जानकारी न देने का आरोप लगा रहे थे. क्राइमतक की रिपोर्ट के मुताबिक, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महेश दुबे ने कहा था कि उनकी गैर मौजूदगी में भोलाखेड़ा के चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कैब ड्राइवर से गाड़ी छोड़ने की एवज में रिश्वत ली.
वहीं, चौकी इंचार्ज ने इंस्पेक्टर पर ही आरोप लगा दिये है. चौकी इंचार्ज ने कहा है कि वह खुद को बचाने के लिए मुझे झूठा फंसा रहे हैं. चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कहा था कि देर रात इंस्पेक्टर महेश दुबे का फोन आया कि बात हो गई है गाड़ियां छोड़ दो, उनके कहने पर वैगन-आर कैब को मैंने दूसरे दिन सआदत से सुपुर्दगीनामा करवाकर उसके हवाले कर दिया.
लड़की ने दी थी ये सफाई
कैब ड्राइवर की पिटाई करने की आरोपी लड़की ने बुधवार को अपनी सफाई दी थी. पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज होने के बाद लड़की सामने आई और कहा कि मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा था. इसके साथ ही लड़की ने कहा कि मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है.
ड्राइवर का दावा- लड़की है पुलिस की मुखबिर
इससे पहले कैब ड्राइवर ने दावा किया था कि थप्पड़ मारने वाली लड़की पुलिस की मुखबिर है. कैब ड्राइवर की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया कि लड़की के मुखबिर होने की बात खुद कृष्णा नगर थाने की पुलिस ने बताई थी. इसके साथ ही कैब ड्राइवर ने कहा था कि पुलिस ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने के बाद मुझे छोड़ा था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, लखनऊ की एक लालबत्ती पर कैब ड्राइवर की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ था. शुरुआत में कैब ड्राइवर को ही दोषी माना जा रहा था, लेकिन 2 अगस्त को जब महिला की पिटाई का वीडियो वायरल होने लगा तब सच सामने आया. इसके बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ लूट और मारपीट करने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
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