भारत
डिजिटल प्रेस वार्ता में लगाए बीजेपी पर आरोप, AAP बोली जमीन कब्जाया
jantaserishta.com
31 Jan 2022 7:17 AM GMT
x
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा एक षणयंत्र के तहत एनजीओ के माध्यम से एमसीडी की सभी जमीनों को बेचकर अपने नेताओं के नाम कर रही है. 'आप' एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा ने अशोक विहार के केशवपुरम जोन में एमसीडी की जमीन एक एनजीओ को बेच दी, जिसका मालिक भाजपा पार्षद मंजू खंडेलवाल का पति है. दस्तावेजों में खुद भाजपा पार्षद ने इस बात की पुष्टि की है. दुर्गेश पाठक ने इसे एक आपराधिक गतिविधि बताते हुए भाजपा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को एक डिजिटल प्रेस वार्ता को संबोधित किया. दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज हम एमसीडी के बहुत बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा करने जा रहे हैं. आप लोगों ने देखा होगा कि पछले कई महीनों से यह माहौल बना है कि इस बार दिल्ली में बदलाव लाना है, इस बार एमसीडी में अरविंद केजरीवाल को लाना है. जिस तरह से भाजपा के नेताओं को दिल्ली की जनता एमसीडी से भगा रही है, भाजपा के सभी नेता डरे हुए हैं. इस चलते, ऐसा लगता है कि एमसीडी की जमीनों को बेचकर उन्हें भाजपा के नेताओं को देने का एक बड़ा षणयंत्र चल रहा है.
'बीजेपी स्कूलों को बेचने का कर रही है काम'
उन्होंने कहा कि हमने आपको बताया कि पिछले 6-7 महीनों में भाजपा शासित एमसीडी चांदनी चौक की गांधी मैदान पार्किंग, पीतमपुरा की शिवा मार्केट पार्किंग, सदर बाजार की कुतुब रोड पार्किंग, नॉवल्टी सिनेमा, आज़ादपुर स्थित नानीवाला बाग, मोती नगर शॉपिंग कॉमप्लेक्स, डिलाइट सिनेमा के पास 22 दुकानें, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के 132 प्लॉट्स, करोल बाग में 5 पार्किंग और शॉपिंग कॉमप्लेक्स, शालीमार बाग का स्कूल, एक कोचिंग सेंटर, एक हेल्थ सेंटर, आरबीटीबी अस्पताल आदि को बेचने का प्रस्ताव लेकर आई. सोचिए दिल्ली सरकार कहती है कि दिल्ली में स्कूलों की कमी है तो हमें जमीन दीजिए जिससे हम और स्कूल खोल पाएं लेकिन भाजपा उल्टा स्कूलों को बेचने का काम कर रही है.
'एनजीओ के माध्यम से बेच रहे हैं जमीन'
पाठक ने आगे कहा कि हम हमेशा कहते थे कि यह जो जमीने बेचने का प्रस्ताव लेकर आते हैं इसमें एक मॉडल समझिएगा कि किस प्रकार से एक पूरा का पूरा सिस्टम चल रहा है. बीजेपी कहती है कि यह जमीनें हम देखभाल के लिए किसी एनजीओ को दे रहे हैं. इसका एक समय होता है, 100 साल का या फिर उससे भी अधिक समय जिस दौरान वह जमीन उस एनजीओ की निगरानी में रहेगी. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह एनजीओ बीजेपी के नेताओं के हैं. इन्होंने एक तरीका निकाला कि इन जमीनों को एनजीओ के माध्यम से बेच दिया जाए और बीजेपी के नेताओं के कब्जे में कर लिया जाए.
'हमारे पास हैं इसके सबूत'
कुछ दस्तावेज पेश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज हम आपके पास एक सबूत लेकर आए हैं. यह सबूत महत्वपूर्ण हैं. इसमें साफ लिखा है कि नॉर्थ एमसीडी के असिस्टेंट कमिश्नर ने अशोक विहार के केशवपुरम जोन में ढ़लाव की एक जमीन को एक एनजीओ को दे दी. उस एनजीओ का नाम 'पंचवटी सोशल वेलफेयर सोसाइटी' है. सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है कि इस वॉर्ड की जो पार्षद हैं उनका नाम मंजू खंडेलवाल है.
यह जमीन जिसको दी गई वह उनके पति हैं, जिनका नाम राजेंद्र कुमार है. आपको यह समझ आ गया होगा कि पहले इन्होंने भाजपा नेता के नाम पर एक एनजीओ बनाया उसके बाद उसे यह जमीन दे दी गई. खुद बीजेपी की पार्षद ने लिखा है कि यह जमीन इनको दे दी जाए. इसकी देखभाल वही करेंगे. उस जमीन पर पार्क बनाना है या जो भी बनाना है यह भी उन्हीं का निर्णय होगा.
चोरी करते वक्त चोर को अपने दिमाग का इस्तेमाल भी करना चाहिए. लेकिन जब आप बहुत ज्यादा भ्रष्टाचारी हो जाते हैं, जब आपके अंदर लालच भर जाता है, तो ऐसी ही गलतियां होती हैं कि खुद पार्षद लिखकर दे रही हैं कि यह जमीन इस एनजीओ को दे दीजिए. जिसके मालिक खुद उनके पति हैं. मुझे नहीं लगता है कि इतनी बेशर्मी के साथ कहीं भी भ्रष्टाचार किया जाता होगा.
'जमीन पर कब्जा करने का है एक पैटर्न'
उन्होंने कहा कि इसमें एक पैटर्न दिखता है. एक जगह तो हमें सबूत मिल गया लेकिन अन्य जितनी भी जमीनों का हमने अभी नाम बताया है उन्हें भी किसी न किसी एनजीओ को दिया जा रहा है. ऐसा लगता है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने एक पूरा प्लान बनाया है. इसमें बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व आदेश गुप्ता भी शामिल हो सकते हैं या फिर यह सब उनके इशारे पर हो रहा होगा.
'भाजपा का पूरा शीर्ष नेतृत्व इस षणयंत्र में शामिल है'
पाठक ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि भाजपा का पूरा शीर्ष नेतृत्व इस षणयंत्र में शामिल है. एक पैटर्न बनाया गया है कि अब 2-3 महीने ही बचे हैं, इस दौरान जितनी ज्यादा से ज्यादा जमीनों पर कब्जा कर सकते हैं कर लें. जितनी बेशर्मी के साथ भ्रष्टाचार कर सकते हैं कर लें. यह दस्तावेज उसका जीता-जागता सबूत है. यह दिखाता है कि भाजपा नैतिक रूप से पूरी तरह गिर चुकी है, पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.
jantaserishta.com
Next Story