स्पिनी की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट के अनुसार सैकण्ड हैण्ड कारों की मांग है लगातार बरक़रार
मुम्बई। निजी परिवहन की बढ़ती मांग के साथ, भारत में सैकण्ड हैण्ड कारों के लिए फुल-स्टैक मार्केटप्लेस स्पिनी ने 2022 की दूसरी तिमाही में सैकण्ड हैण्ड कारों की इन्वेंटरी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की है। स्पिनी की Q2 2022 ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक कारों के 57 फीसदी उपभोक्ता पहली बार कार खरीदने वाले उपभोक्ता हैं। रिपोर्ट में सैकण्ड-हैण्ड कारों की खरीद-बिक्री से जुड़े कुछ रोचक रूझानों पर रोशनी डाली गई है। सैकण्ड हैण्ड कारों के उद्योग में कॉन्टैक्टलैस खरीद-बिक्री की बढ़ती मांग के परिणामस्वरूप स्पिनी ने 44 फीसदी डिजिटल लेनदेन दर्ज किए हैं, रोचक तथ्य यह है कि दूसरी तिमाही में कार खरीदने वाले उपभोक्ताओं में 32 फीसदी संख्या महिला खरीददारों की रही है।
स्पिनी पर कार खरीदने वाले ज़्यादातर उपभोक्ताओं की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है। कई कारणों के चलते सैकण्ड हैण्ड कारों की मांग बढ़ी है जैसे निजी परिवहन की बढ़ती मांग, आर्थिक कारक और सैकण्ड हैण्ड कारों की बढ़ती स्वीकार्यता। स्पिनी का उद्देश्य सैकण्ड हैण्ड कार के मालिकों को प्रभावी, विश्वसनीय एवं भरोसेमंद सिस्टम उपलब्ध कराना है। ब्राण्ड्स की बात करें तो मारुति सुजुकी, ह्युंडई और होण्डा उपभोक्ताओं की पहली पसंद बने हुए हैं। हैचबैक सबसे लोकप्र्रिय मॉडल हैं, इसके बाद सेडान और एसयूवी की मांग भी अधिक है। ह्युंडई एलाईट 120, ग्राण्ड आई10 और मारुति सुजुकी बलेनो उपभोक्ताओं के सबसे पसंदीदा कार मॉडल हैं। कलर्स की बात करें तो स्पिनी के खरीददार व्हाईट, ग्रे और सिल्वर कलर की कारों को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं।
दूसरी तिमाही के लिए स्पिनी के रूझानों पर बात करते हुए नीरज सिंह, संस्थापक एवं सीईओ, स्पिनी ने कहा, ''आज कार कोई लक्ज़री नहीं रही, बल्कि देश के शहरी क्षेत्रों की ज़रूरत बन गई है। स्पिनी एक्स्ट्राकेयर के दृष्टिकोण के साथ होम डिलीवरी और होम टेस्ट ड्राइव की अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरा है। स्पिनी अश्योर्ड® डिज़ाइन के साथ गुणवत्ता को सुनिश्चित करते हुए एवं उपभोक्ताओं को प्राथमिकता देते हुए स्पिनी सैकण्ड हैण्ड कारों के लिए भरोसेमंद कंपनी बन गई है, जो कार खरीददारों के साथ लम्बे रिश्ते बनाने में भरोसा रखती है।