भिवानी। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल के विवादित बयान पर विपक्षी नेताओं ने भी विरोध में मोर्चा खोल दिया है। हरियाणा आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने ट्वीट कर सीएम मनोहर लाल को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि पहले भाजपा के नेताओं ने किसानों को खालिस्तानी, आतंकवादी व आंदोलनजीवी कहकर नफ़रत फैलाई, अब हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल सरेआम किसान परिवारों की महिलाओं के बारे में बेतुके बोल बोल रहे हैं? सीएम खट्टर आपके मंत्रियों एवं भाजपा नेताओं को किसान भाईओं और उनके परिवारों से इतनी नफ़रत क्यों है? हरियाणा की जनता यह जानना चाहती है। मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि जो किसान विरोध कर रहे हैं उनकी बीवियां और छोरियां भाग गई थी। उनके घरों में कोई नहीं था और वो प्रदर्शन करने आ गए।
जेपी दलाल ने किसानों के प्रदर्शन को बेकार बताते हुए कहा कि ये वो ही किसान हैं जिनकी पत्नी भी उनकी नहीं सुनती है। उन्होंने कार्यक्रम में कहा था कि लोग यही बैठे रहते थे, किसी पर पांच मुकदमे थे..सब ने उलटे काम किए हुए थे। किसी की बहू भागी थी किसी की छोरी भाग रही थी। उन्होंने ये भी कहा कि कई किसान उनके पास जुड़ने आ रहे हैं मगर ऐसे लोगों के साथ वो नहीं जुड़ेंगे। बता दें कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 में तीन कानूनों को वापस लेने का फैसला किया था। इससे पहले किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर जमकर प्रदर्शन किया था, जो मूल रूप से कृषि कानून के विरोध में था। कृषि मंत्री जेपी दलाल के विवादित ब्यान देने के विरोध में बुधवार को चरखी दादरी में फोगाट खाप -19 की बैठक हुई। प्रधान बलवंत नम्बरदार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में खाप पदाधिकारियों ने तो टुक बात कही। उन्होंने कहा की कृषि मंत्री अपने बिगड़े बोल के लिए माफी मांगे वरना विरोध के लोए तैयात रहे।