आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दुनिया के सबसे प्रसिद्ध दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से लोग बहुत प्यार करते हैं और सहानुभूति रखते हैं। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी मनीष सिसोदिया को क्यों टारगेट बना रही है? क्या कारण है कि जांच एजेंसियों को लेकर एक के बाद एक ट भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस में धमकियां देते हैं।उनके प्रवक्ता टीवी डिबेट में लाइव सीबीआई और ईडी के नाम की धमकियां देते हैं। इसके बाद सीबीआई केस रजिस्टर करती है। केस रजिस्टर करने के अगले दिन 30 अफसर उनके घर पर छापा मारते हैं। पूरे दिन भारतीय जनता पार्टी के नेता औक प्रवक्ता एक शिक्षा मंत्री के ऊपर इतना दबाव क्यों बना रहे हैं? भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री कार्यालय क्या चाहता है?
उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों के माध्यम से देश के लोगों को कुछ बताना चाहता हूं मेरे प्यारे देशवासियों भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार चाहती है कि महंगाई बढ़े लेकिन विपक्ष आवाज ना उठाए। बेरोजगार युवा सड़कों पर घूमते रहे लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल, प्रधानमंत्री मोदी से सवाल ना करें। वर्तमान में डॉलर की हालत यह है कि रुपया इतना बुरा कभी इतिहास में नहीं गिरा। दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया पलट कर केंद्र सरकार से दिल्ली की और देश की अर्थव्यवस्था के बारे में सवाल ना पूछ लें। पीएम मोदी के कॉर्पोरेट मित्रों को 10 लाख करोड़ के एनपीए की राहत हो जाए, मगर इस पर सवाल ना उठे। कॉर्पोरेट टैक्स कम हो जाए और विपक्ष चुप रहे।यह मॉडस ऑपरेंडी से भारतीय जनता पार्टी काम करती है।
इसके उदाहरण देते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी टीएमसी के नेता थे। भारतीय जनता पार्टी का पूरा कैंपेन शारदा चिट्स स्कैम और शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ था। कई महीने तक यह भारतीय जनता पार्टी का चला। जब भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार आई तो सीबीआई ने उनके खिलाफ केस रजिस्टर किया और छापेमारी की। उनके ऊपर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के अंदर 2017 में भी केस रजिस्टर किया और ईडी ने छापेमारी की। इसमें उनसे पूछताछ हुई और फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। जब से उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है, सभी आरोप अब खत्म हो गए हैं। शुभेंदु अधिकारी जो उस वक्त बंगाल के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी थे अब वह भारतीय जनता पार्टी के बंगाल के लीडर ऑफ अपोजिशन हैं।
उन्होंने कहा कि हेमंत बिश्व शर्मा अगस्त 2015 से पहले कांग्रेस के नेता हुआ करते थे। भारतीय जनता पार्टी ने असम में बाकायदा कई महीनों तक हेमंत विश्व शर्मा के खिलाफ अभियान चलाया कि उन्होंने वाटर स्कैम के अंदर करोड़ों रुपए हड़प लिए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत बिश्व शर्मा के नाम पर बाकायदा बुकलेट निकाली कि इनसे बड़ा भ्रष्टाचारी कोई नहीं हो सकता। यहां तक अमेरिका की सरकार ने भी इस मामले के अंदर केस दर्ज किया और कहा कि इसके अंदर किसी मंत्री को पैसे दिए गए हैं। भारतीय जनता पार्टी कहती थी कि वो मंत्री हेमंत बिश्व शर्मा है और आज हेमंत बिश्व शर्मा असम में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री हैं। जिनके खिलाफ अभियान चलाया, उनको आपने पार्टी ज्वाइन कराई। इसके अलावा मुकुल रॉय ने 3 नवंबर 2017 को भारतीय जनता पार्टी जॉइन की। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से पहले मुकुल रॉय बंगाल के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी हुआ करते थे। शारदा चिटस् स्कैम के अंदर सबसे बड़े आरोपी की तरह भारतीय जनता पार्टी ने इनके खिलाफ अभियान चलाया। इनके ऊपर मुकदमे किए गए और इनके साथ 12 टीएमसी के लोगों का स्टिंग भारतीय जनता पार्टी ने रिलीज किया। उसके बाद यह भारतीय जनता पार्टी के अंदर शामिल हो गए। जब ये शामिल हो गए तो इनके ऊपर सारी जांच ठंडे बस्ते में चली गई। भारतीय जनता पार्टी ने इनका नाम लेना भी बंद कर दिया। इसके अलावा महाराष्ट्र के गद्दावर नेता नारायण राणे पर भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाए र मनी लॉड्रिंग का केस इडी ने दर्ज किया। इसके बाद इनपर जमीन घोटाले के अंदर बड़ा अभियान भाजपा ने चलाया। इसके बाद यह भी भाजपा में आ गए औक सारे मामले ठंडे बस्ते में चले गए। इसके अलावा सुखराम के बेटे अनिल शर्मा हों, जिनके खिलाफ भाजपा ने कई सालों तक फर्स्ट टेलीकॉम स्कैम में कैंपेन चलाया। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश के नेता पेमा खांडू और उनके साथ कई साथियों पर भाजपा ने कैंपेन चलाया कि वहां के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने जब सुसाइड किया था तो इनके बारे में कई बातें वो लिखकर वो मरे थे। इनके खिलाफ अभियान चलाया। जिसके बाद यह भाजपा में शामिल हुए और फिर भाजपा ने इनके बारे में कुछ भी कहना बंद कर दिया। जिन्हें आज अरूणाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है। इसके अलावा बैजयंत पांडा के ऊपर भाजपा ने मनी लॉन्ड्रिंग, वायलेशन आफ फॉरेन एक्सचेंज के आरोप लगाए। जब ये भाजपा के अंदर 2019 में शामिल हुए तो जांच ठंडे बस्ते में चली गई। गुजरात में पुरुषोत्तम सांवरिया के खिलाफ इरिगेशन स्कैम के लेकर पूरा कैंपेन चलाया। इन्होंने 2019 में भाजपा ज्वाइन कर ली और सारी जांच ठंडे बस्ते में चली गई।