आईपीएस बनना चाहती है नौकरी से इस्तीफा देने वाली महिला कॉन्स्टेबल, विभाग में जमा करने होंगे एक लाख 80 हजार रुपये
यूपी। इंस्टाग्राम पर वर्दी में रिवाल्वर लेकर रंगबाजी के वीडियो के बाद सुर्खियों में आईं प्रियंका मिश्रा को 1.80 लाख रुपये पुलिस विभाग में जमा करने होंगे। 1.52 लाख रुपये सरकार ने उनकी ट्रेनिंग पर खर्च किए थे। शेष रकम अन्य देय से संबंधित है। इस्तीफा स्वीकार करने के बाद प्रियंका को नोटिस तामील कराया गया है। मूलत: औरेया निवासी प्रियंका दस अक्तूबर 2020 को पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुईं थीं। 24 अगस्त को वर्दी में रिवाल्वर वाले वीडियो के वायरल होने के बाद उन्हें लाइन हाजिर किया गया था।
31 अगस्त को उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्रोल से परेशान होकर अपना इस्तीफा दिया था। एसएसपी ने रविवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इस्तीफा स्वीकार होने के बाद प्रियंका मिश्रा ने अपने परिचितों से कहा कि पुलिस महकमे से बहुत प्यार मिला। उनकी कोशिश रहेगी कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करके आईपीएस बनें। सफलता नहीं मिली तो मॉडलिंग पर भी विचार करेंगी। प्रियंका का इस्तीफा पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस कर्मियों का कहना है कि प्रियंका ने जल्दबाजी कर दी। उससे महकमे में किसी अधिकारी ने कुछ नहीं कहा था। डांट और कार्रवाई हर नौकरी का एक हिस्सा है। उससे उन्हें परेशान नहीं होना चाहिए था। सोशल मीडिया पर तो लोगों के खिलाफ पता नहीं क्या-क्या चलता है। ऐसी बातों को पुलिस दिल से लगाने लगे तो नौकरी करना मुश्किल हो जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि प्रियंका मिश्रा की नौकरी को 20 साल नहीं हुए थे। उनकी उम्र भी अधिक नहीं है। पुलिस नियमावाली के अनुसार उनका इस्तीफा स्वैच्छिक सेवनिवृत्ति की श्रेणी में नहीं आता। ऐसी स्थिति में कर्मचारी से ट्रेनिंग का खर्चा वसूला जाता है। प्रियंका ने सरकारी रिकार्ड के अनुसार उनकी 225 दिन तक ट्रेनिंग की थी। प्रतिमाह 20280 रुपये खर्च हुए थे। ट्रेनिंग में खर्च हुए 1.52 लाख रुपये सहित उन्हें 1.80 लाख रुपये जमा करने का नोटिस दिया गया है। शेष रकम अन्य देय से संबंधित है। प्रियंका मिश्रा के इंस्टाग्राम पर फालोअर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस्तीफा स्वीकार हुआ तब रविवार की शाम उनके 38500 फालोअर्स थे। सोमवार की शाम फालोअर्स की संख्या 41 हजार पहुंच गई थी।