गौरतलब है कि थाना महुआडीह क्षेत्र के ग्राम बेलवा बाजार के रहने वाले कन्हैया की पत्नी मीना देवी (उम्र 55 वर्ष) को सांस की गम्भीर बीमारी है. सोमवार को मीना की तबियत अचानक बिगड़ने लगी. इसके बाद घर वाले उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल लेकर गए जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करते हुए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया जहां पर वह आईसीयू में भर्ती हो गई. शुक्रवार की सुबह डाक्टरों ने महिला के बेटे से यह कहकर अस्पताल से छुट्टी कर दी कि इन्हें घर ले जाइए और घर पर ही इनकी सेवा कीजिये। इसके बाद महिला का बेटा टिंकू अपनी मां प्राइवेट एम्बुलेंस में लेकर गांव के लिए जैसे ही निकला तो उसे एहसास हुआ कि उसकी माँ की सांस थम गई है और वह अब इस दुनिया में नही रही. टिंकू ने घर वालों को फोन पर यह बता दिया की मां की मृत्यु हो गयी है वह उनके शव को लेकर घर आ रहा है. यह सुनकर घर मे शोक का माहौल हो गया. परिजन रोने लगे और अंतिम संस्कार के लिए जरूरत की चीजें इकट्ठा करने लगे. यहां तक कि बांस भी कटकर आ गया.
अभी इधर तैयारी चल ही रही थी कि बेटे टिंकू ने दोबारा फोन कर यह कहा कि मां की सांस चल रही है और लग रहा है कि जीवित है. इस समय तक वह चौरी-चौरा तहसील के करीब पहुंच गया था. इसके बाद उसने एक प्राइवेट अस्पताल में मां की जांच कराई और स्थिति सही होने पर घर लौटा. यहां परिजन महिला को सही सलामत देख खुश हो गए. टिंकू ने बताया कि उसकी मां अब सही सलामत है.