दिल्ली।यूक्रेन से निकाले गए 160 भारतीय छात्रों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से एक स्पेशल फ्लाइट दिल्ली पहुंची है. उधर, बुडापेस्ट में मौजूद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि और भी छात्रों को हंगरी लाने के लिए चार बसें सीमा पार से पोल्टावा (यूक्रेन) भेजी जा रही हैं. वहीं, आज 7 उड़ानें 1200 भारतीय नागरिकों को ला रही हैं। एक छात्रा ने बताया, "बॉर्डर तक पहुंचना बहुत मुश्किल था, हमें लगभग 25 किलोमीटर चलना पड़ा। उसके बाद भारतीय दूतावास ने हमारी मदद की। इससे हमारी पढ़ाई खराब नहीं होनी चाहिए।"
बता दें कि दक्षिणी यूक्रेन में मारियोपोल से नागरिकों को निकालने का प्रयास विफल हो गया है, क्योंकि मॉस्को और कीव ने एक दूसरे पर सीजफायर को तोड़ने का आरोप लगाया है. युद्ध अब अपने 12वें दिन में पहुंच चुका है. अब तक तकरीबन 15 लाख लोगों को यूक्रेन छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इस बीच, रूसी सेना ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन को 'No-Fly Zone' घोषित करने वाले देश को युद्ध में शामिल माना जाएगा. यूरोपीय संघ के नेता चार्ल्स मिशेल ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की यूक्रेनी हवाई क्षेत्र पर नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने की अपील पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसा करने से विश्व युद्ध छिड़ सकता है.