आगरा। चीन से लौटा 40 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकला है.फ़िलहाल सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया. जानकारी के मुताबिक युवक ने प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्ट कराया था. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने युवक के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है.
बता दें कि चीन में कोरोनावायरस से हाहाकार मचा है. वहां वेरिएंट BF.7 तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है. इस बीच, भारत के लिए राहत की खबर है. यहां एक्सपर्ट ने कोरोना को लेकर बड़ा दावा किया है. CSIR- सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के निदेशक विनय के नंदीकूरी के मुताबिक, ज्यादातर भारतीयों के पास अब हाइब्रिड इम्युनिटी है. यानी उन्होंने वैक्सीनेशन के जरिए इम्युनिटी हासिल कर ली है. ऐसे में BF.7 वेरिएंट यहां उतना असर नहीं कर पाएगा, जितना चीन में लोगों को प्रभावित कर रहा है.
बता दें कि चीन में कोरोना से हालात बिगड़ गए हैं. मीडिया रिपोटर्स में दावा किया गया कि वहां 20 दिन में ही मरीजों की संख्या 25 करोड़ हो गई है. ये आंकड़े सरकारी दस्तावेज लीक होने के बाद सामने आए हैं. कोरोना का ये वेरिएंट अमेरिका, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है. ऐसे में भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है और इस वेरिएंट से निपटने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही एक्सपर्टस के भी इस वेरिएंट को लेकर ओपेनियन सामने आ रहे हैं.
CCMB के डायरेक्टर विनय के नंदीकूरी ने कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा- हमेशा एक चिंता रहती है कि इम्युनिटी से इन सभी वेरिएंट में बचने की क्षमता होती है और वे उन लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं जिन्होंने वैक्सीनेशन करवाया है. यहां तक कि कभी-कभी ओमिक्रॉन के पिछले वेरिएंट से संक्रमित भी हो सकते हैं. हालांकि, भारत में संक्रमण को लेकर उतनी ज्यादा परेशानी वाली बात नहीं है, जितनी डेल्टा के वक्त हुई थी. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे पास एक हद तक हर्ड इम्युनिटी आ गई है. यही वजह है कि हम अन्य वायरस के संपर्क में आने के बावजूद हर्ड इम्युनिटी की वजह से सुरक्षित हैं.