सोर्स न्यूज़ - आज तक
पश्चिम बंगाल। हुगली जिले में सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में जबरदस्त भिड़ंत हो गई. मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों गुट के समर्थकों ने एक दूसरे पर बमबारी शुरू कर दी. हालात बेकाबू होने पर पुलिस को बीच में आना पड़ा. घटना के बाद टीएमसी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के मुताबिक गुरुवार को हुगली के आरामबाग में TMC के दो गुट आपस में भिड़ गए. दोनों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया. तोड़फोड़ के साथ-साथ बम भी चलाए गए. इसके बाद SDOP आरामबाग अभिषेक मंडल और IC बरुन घोष के नेतृत्व में RRF और पुलिस की टुकड़ियां स्थिति को नियंत्रित करने मौके पर पहुंची.
हमले में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि इन दोनों गुटों में से एक गुट का नेतृत्व पूर्व विधायक कृष्णा चंद्र कर रहे थे, जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व आरामबाग जिले के टीएमसी युवा विंग के अध्यक्ष पलाश रॉय कर रहे थे. दोनों ही गुट 21 जुलाई को कोलकाता से शहीद दिवस की रैली में शामिल हो कर लौटे थे.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक झगड़ा हिंसक होने की घटना नई नहीं है. इससे पहले 7 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस के नेता समेत 3 लोगों की हत्या कर दी गई थी. घटना दक्षिण 24 परगना जिले में हुई थी. अज्ञात लोगों ने बाइक से जा रहे टीएमसी नेता स्वपन माझी और उनके दो साथियों पर फायरिंग की थी, जिसके बाद तीनों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में टीएमसी नेता स्वपन माझी अपने दो साथियों के साथ बाइक से कहीं जा रहे थे. अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद हमलावर फरार हो गए थे. पुलिस को मौके से गोलियों के खाली खोके और बम मिले थे. स्वप्न मांझी कैनिंग से टीएमसी पंचायत सदस्य थे. दो मृतकों की पहचान टीएमसी कार्यकर्ता भूतनाथ प्रमाणिक और झंटू हलदार के तौर पर हुई थी.