भारत की सॉवरेन रेटिंग से ऊंची रेटिंग एक कंपनी को मिलने की उम्मीद
दिल्ली: गौतम अडानी समूह की एक कंपनी को जल्द ही भारत की सॉवरेन रेटिंग से ऊंची रेटिंग मिलने की उम्मीद है। अडानी समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने चुनिंदा निवेशकों को बताया है कि जल्द ही समूह की एक कंपनी भारत की ऐसी पहली फर्म बन जाएगी, जिसका पूरा कारोबार देश में ही है और जिसकी रेटिंग सॉवरेन से ऊंची होगी। अडानी समूह के अधिकारी ने कहा कि इस बारे में जल्द ही घोषणा की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कंपनी का नाम नहीं बताया। इसके अलावा जुगेशिंदर सिंह ने ये भी कहा कि आम धारणा के विपरीत समूह पर बहुत अधिक कर्ज नहीं है और इसके विस्तार को समान रूप से इक्विटी द्वारा वित्तपोषित किया गया है। बता दें कि इस समय अडानी समूह की छह सूचीबद्ध फर्मों में अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड को सॉवरेन के बराबर रेटिंग दी गई है। इस कंपनी को फिच ने बीबीबी- (निगेटिव आउटलुक) रेटिंग, एसएंडपी ने बीबीबी- रेटिंग और मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने बीएए3 (स्टेबल आउटलुक) रेटिंग दी है। ये वही रेटिंग हैं, जो तीनों एजेंसियों ने भारत को भी दी हैं। समूह की एक कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की भी सॉवरेन के बराबर रेटिंग है।
रिलायंस को भी मिली है रेटिंग: फिच रेटिंग्स ने पिछले साल जून में अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को भारत की सॉवरेन रेटिंग से एक पायदान ऊपर की रेटिंग दी थी। कंपनी के कर्ज में कमी का हवाला देते हुए ऐसा किया गया। हालांकि, रिलायंस का कारोबार देश के बाहर भी है।