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Afghanitan से भारतं लौटे ITBP के 99 कमांडो और स्निफर डॉग्स को 1 हफ्ते तक क्वारंटाइन सेंटर में रहने के मिले निर्देश

Admin4
17 Aug 2021 5:31 PM GMT
Afghanitan से भारतं लौटे ITBP के 99 कमांडो और स्निफर डॉग्स को 1 हफ्ते तक क्वारंटाइन सेंटर में रहने के मिले निर्देश
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अधिकारियों ने बताया कि कमांडो अपने सभी निजी हथियार और सामान भी वापस लेकर आए हैं और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के दिल्ली में स्थित एक सेंटर में कोरोना के कारण हफ्तेभर तक क्वारंटाइन रहेंगे.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- तालिबान (Taliban) के कब्जे वाले अफगानिस्तान (Afghanitan) से आईटीबीपी (ITBP) के 99 कमांडों की एक टीम तीन स्निफर डॉग्स के साथ एक सैन्य विमान से वापस वतन आ गई है. इनका विमान मंगलवार को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा. अधिकारियों ने बताया कि कमांडो अपने सभी निजी हथियार और सामान भी वापस लेकर आए हैं और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के दिल्ली में स्थित एक सेंटर में कोरोना के कारण हफ्तेभर तक क्वारंटाइन रहेंगे.

आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे (ITBP spokesperson Vivek Kumar Pandey) ने बताया कि काबुल में दूतावास, अफगानिस्तान में भारत के चार वाणिज्य दूतावास और राजनयिकों की सुरक्षा के लिए तैनात हमारी पूरी टीम वापस आ गई है. कमांडो, दूतावास के कर्मचारियों और अन्य भारतीय नागरिकों के साथ वापस आए हैं. कमांडो को बसों में हिंडन एयर बेस से क्वारंटाइन सेंटर लेकर जाया गया.
अपने साथ हथियार-स्निफर डॉग्स लाए कमांडो
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कमांडो अपने साथ एके सीरीज के हथियार, बुलेट प्रूफ जैकेट, हेलमेट, संचार उपकरण, गोला-बारूद और तीन स्निफर डॉग्स भी साथ ले आए हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन, आईटीबीपी के 99 कमांडो और 21 नागरिकों सहित 30 राजनयिक भारतीय वायु सेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान में सवार थे.
अफगानिस्तान में तैनात थे 300 से अधिक कमांडो
अधिकारी के मुताबिक, विमान ने काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kabul Hamid Karzai International Airport) से आज सुबह उड़ान भरी थी और जामनगर वायुसेना बेस पर कुछ देर रुका और फिर यहां नजदीक में गाजियाबाद में स्थित हिंडन एयरबेस पर उड़ान उतरा. उन्होंने बताया कि 21 नागरिकों में चार पत्रकार शामिल हैं. आईटीबीपी ने अफगानिस्तान में सुरक्षा ड्यूटी पर 300 से अधिक कमांडो को तैनात किया था.
आईटीबीपी (ITBP) को 2005-08 के बीच सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा पूर्ण किए गए देलाराम-जरंज सड़क परियोजना की हिफाजत के लिए भी तैनात किया गया था. विभिन्न आतंकवादी हमलों में आईटीबीपी के कई कमांडो की मौत भी हुई है और उनमें से कई को वीरता पदकों से सम्मानित किया गया.


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