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देश में कोरोना से 9,346 बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी

Deepa Sahu
1 Jun 2021 3:09 PM GMT
देश में कोरोना से 9,346 बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी
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सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कहा है

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में मंगलवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कहा है कि कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों या माता-पिता में से एक को खो चुके बच्चों की कल्याण और निगरानी के लिए एक 6-चरणीय योजना तैयार की गई है. NCPCR की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे के अनुसार नव निर्मित बाल स्वराज पोर्टल पर 9,346 प्रभावित बच्चों का डेटा अपलोड किया गया है, जिसमें माता-पिता दोनों को खोने वाले 1,742 बच्चों का डेटा शामिल है. जबकि 7,464 बच्चों ने माता या पिता में से एक को खोया है. इसके अलावा 140 को मार्च 2020 से 29 मई 2021 तक भटकने के लिए उनके अभिभावकों द्वारा छोड़ दिया गया है.

इन सभी बच्चों में से 1,224 अब एक अभिभावक के साथ रह रहे हैं. 985 एक परिवार के सदस्य के साथ, जिसे कानूनी अभिभावक के रूप में नामित नहीं किया गया है. जबकि 6612 एकल माता-पिता के साथ रह रहे हैं. इसके अलावा 31 बच्चों को विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी में भेजा गया है.
सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में छोड़े गए बच्चे
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को सौंपे गए आंकड़ों के अनुसार, अनाथ और छोड़े गए बच्चों की सबसे अधिक संख्या मध्य प्रदेश में देखी गई. जहां 318 बच्चे अनाथ थे और 104 को छोड़ दिया गया था.
उत्तर प्रदेश में माता-पिता में से एक को खोने वाले सबसे अधिक बच्चे हैं, जिनकी संख्या 1,830 है. बच्चे कोविड-19 के कारण माता या पिता की मृत्यु के बाद अब एकल-माता या पिता के घर में रह रहे हैं.
सबसे ज्यादा अनाथ बच्चे यूपी से
यूपी में भी सबसे अधिक 2,110 बच्चे हैं जो "असुरक्षित स्थिति" में हैं. जो अनाथ हो गए हैं, छोड़ दिए गए हैं या एक माता-पिता को खो दिया है. 1,327 कमजोर बच्चों के साथ बिहार दूसरे नंबर पर है, जिसमें 292 अनाथ और 1,035 एकल-माता-पिता वाले परिवार शामिल हैं.
कोरोना दौरान अनाथ होने वाले बच्चों का डेटा
उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान मार्च 2020 से 29 मई 2021 तक कुल 2110 बच्चों ने अपने परिजनों को खोया. उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान मार्च 2020 से 29 मई 2021 के बीच 270 बच्चे अनाथ हुए. उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान मार्च 2020 से 29 मई 2021 के बीच 1830 बच्चों ने अपने माता पिता में से किसी एक को खोया. उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में 1327, केरल में 952, महाराष्ट्र में 796, हरियाणा में 776, मध्यप्रदेश में 712 बच्चों ने कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खोया या अनाथ हुए. कोरोना महामारी के दोरान मध्य प्रदेश में 318, बिहार में 292, उत्तर प्रदेश में 270, तेलंगाना में 123, आंध्रप्रदेश में 103, छत्तीसगढ़ में 102 बच्चें अनाथ हुए.
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