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बालासोर रेल हादसे में घायल 900 लोग हुए हॉस्पिटल से डिस्चार्ज

Nilmani Pal
6 Jun 2023 1:33 AM GMT
बालासोर रेल हादसे में घायल 900 लोग हुए हॉस्पिटल से डिस्चार्ज
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ओड़िशा। भुवनेश्वर DRM ECR रिंकेश रॉय ने अहम जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि लगभग 1100 लोग बालासोर रेल दुर्घटना में घायल हुए थे, जिनमें से लगभग 900 लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। लगभग 200 लोगों का उपचार राज्य के विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है। दुर्घटना में मरने वाले 278 लोगों में से 101 शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है.

सबसे पहले कोरोमंडल मेन लाइन से लूप लाइन पर आई. लूप लाइन पर मालगाड़ी से टकराई. टक्कर के बाद कुछ डिब्बे दूसरी मेन लाइन की तरफ जा गिरे. इसी बीच कुछ सेकेंड बाद दूसरी मेन लाइन से यशवंतपुर हावड़ा एक्सपेस गुजर रही थी और वो कोरोमंडल से अलग हुए डिब्बों से जा टकराई. खास कर पिछली दो बोगी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया.

इस हादसे पर एक सवाल खुद रेल मंत्री उठा रहे हैं और वो ये कि बहुत मुमकिन है कि किसी ने जानबूझ कर इले. इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की है. पर वो कौन है? जाहिर है अगर सचमुच सिस्टम से छेड़छाड़ की गई है, तो वो कोई बाहरी शख्स नहीं हो सकता. ये किसी सिस्टम को अंदर से जानने वाले जानकार का ही काम हो सकता है. लेकिन वो ऐसा क्यों करेगा? दो सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर के बाद रेलवे ट्रैक तक उखड़ चुका है. पूरा एरिया लगभग बर्बाद हो गया. अगर हादसे वाली जगह पर ही इले. इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेडछाड की गई, या यूं कहें कि हादसे वाली जगह पर ही पटरियों से इस सिस्टम से जुड़े वायर के साथ छेडछाड की गई, तो उसका पता लगाना फिलहाल मुश्किल है. क्योंकि मौका ए वारदात पर सबकुछ तहस नहस हो चुका है. लिहाजा, रेल मंत्रालय अब फॉरेंसिक जांच के जरिए ही ये पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या रेलवे टैक के वायर से जानबूझ कर छे़ड़छाड़ की गई?

तो कुल मिलाकर, रेल मंत्रालय 275 लोगों की मौत के मामले को हादसा, इंसानी गलती, या लापरवाही मानने की बजाय फिलहाल साजिश के पहलू से देख रहा है. हालांकि इसके साथ-साथ रेल मंत्री बाकायदा मीडिया से ये भी कह चुके हैं कि गुनहगारों की पहचान कर ली गई है. तो फिर सबसे बड़ा सवाल यही है कि वो गुनहगार हैं कौन? और उनका मकसद क्या था?

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