एमपी। देश की धरती पर चीतों के इकलौते घर श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीतों के पुर्नस्थापना की प्रक्रिया अब तेज हो गई है. इसके तहत नामीबियाई चीतों को बडे़ बाडे़ से खुले जंगल में छोड़ने के बाद अब साउथ अफ्रीकी चीतों को भी क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद बडे़ बाडे़ में रिलीज कर दिया गया है.
साउथ अफ्रीका से बीती 18 फरवरी को कूनो लाए गए 12 चीतों में से तीन नर चीतों को 17 अप्रैल को क्वारंटीन बाडे़ से बड़े बाडे़ में छोड़ दिया गया था. वहीं 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को शेष 9 चीतों को भी कूनो के बड़े बाडे़ में रिलीज कर दिया गया है.
बड़े बाडे़ में छोड़े गए चीते अब यहां खुद शिकार कर सकेंगे. बडे़ बाडे़ में चीतल, जैकाल, खरगोश, हिरण व अन्य वन्य प्राणी भरपूर संख्या में हैं. चीता प्रोजेक्ट चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है. नामीबियाई चीतों को सफलतापूर्वक कूनो पार्क में बसाया जा चुका है. वर्तमान में चार चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. वहीं शेष नामीबियाई चीते बडे़ बाडे़ में मौजूद हैं. डीएएचडी (डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हस्बेंड्री एंड डेयरी) की अनुमति मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर बीते दो दिनों में साउथ अफ्रीका से लाए गए सभी 12 चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है. सोमवार को तीन नर चीतों को छोड़ने के बाद मंगलवार सुबह से देर रात तक शेष 9 चीतों को भी 9 बड़े बाड़ों में रिलीज कर दिया गया है. इसमें से नर और मादा चीता को अलग-अलग रखा गया है. वर्तमान में 1 बडे़ बाडे़ में तीन नामीबियाई चीते मौजूद हैं, जिन्हें खुले जंगल में छोड़ने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है. वहीं क्वारंटीन अवधि पूरी कर चुके साउथ अफ्रीकी चीते बडे़ बाडे़ में रिलीज कर दिए गए हैं.