झारखंड। हजारीबाग जिले के चलकुशा प्रखंड से बुधवार को किडनैप किए गए आठ साल के बच्चे की हत्या कर दी गई है। किडनैपर्स ने बच्चे की रिहाई के लिए पांच लाख रुपए की फिरौती की मांग की थी। पुलिस ने सूचना मिलते ही गुरुवार को दो लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन इसके पहले ही उन्होंने फिरौती न मिलने पर बच्चे की हत्या कर दी थी।
गिरफ्तार किडनैपर्स ने पुलिस को बताया कि बच्चे की हत्या के बाद उसका शव तिलैया डैम में फेंक दिया गया। शव अब तक बरामद नहीं किया जा सका है। शनिवार को शव की तलाश में तिलैया डैम में कई गोताखोर उतारे गए हैं। एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है। जिस बालक की हत्या की गई है, उसका नाम दीपक है और वह चलुकशा निवासी व्यवसायी दिनेश साव का पुत्र था। बुधवार को बच्चा अपने पिता की दुकान पर बैठा था। शाम पांच बजे वह अचानक लापता हो गया। शाम आठ बजे तक जब उसका कोई पता नहीं चला तो परिजन इधर-उधर तलाश करने लगे।
दिनेश साव ने पुलिस को बताया कि रात साढ़े आठ बजे मोबाइल पर कॉल आया, इसमें कहा गया कि दीपक का अपहरण कर लिया गया है। उसकी रिहाई के एवज में पांच लाख की फिरौती की मांग की गयी और फिरौती की रकम फोन पे पर भेजने को कहा गया। इसके बाद बच्चे की मां चमेली देवी ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी। इधर, बच्चे की हत्या की खबर मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। गुस्साए लोगों ने अपहरण के एक आरोपी अजय साव के घर में आग लगाने की कोशिश की। उन्होंने थाने का भी घेराव किया। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों किडनैपर्स अजय साव और दीपक पंडित को जेल भेज दिया है।