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नक्सल हिंसा में 77 फीसदी की कमी, गृह राज्यमंत्री ने दी ये जानकारी

jantaserishta.com
15 March 2023 4:32 AM GMT
नक्सल हिंसा में 77 फीसदी की कमी, गृह राज्यमंत्री ने दी ये जानकारी
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| नक्सल हिंसा यानी एलडब्ल्यूई संबंधी हिंसा की घटनाओं में वर्ष 2010 के स्तर की तुलना से वर्ष 2022 में 77 फीसदी की कमी आई है। ये जानकारी लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने दी। उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे अति नक्सल प्रभावित राज्य में भी कई इलाके नक्सल मुक्त हो चुके हैं।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक लिखित जवाब देते हुए बताया की वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) के संकट से समग्र रूप से निपटने के लिए वर्ष 2015 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय नीति और कार्ययोजना को अनुमोदन प्रदान किया था। इस नीति इस नीति के ²ढ़ कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप पूरे देश में एलडब्ल्यूई हिंसा में निरंतर कमी आई है।
राय ने बताया कि एलडब्ल्यूई संबंधी हिंसा की घटनाओं में वर्ष 2010 के स्तर की तुलना से वर्ष 2022 में 77 फीसदी की कमी आई है। वहीं परिणामी मौतों जिनमें सुरक्षा बल और आम नागरिक शामिल हैं में भी 90 फीसदी की कमी आई है। ये आंकड़ा जो वर्ष 2010 में अब तक के सर्वाधिक स्तर 1005 से कम होकर वर्ष 2022 में 98 रह गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा के भौगोलिक विस्तार में भी पर्याप्त कमी हुई है और वर्ष 2022 में केवल 45 जिलों के 176 पुलिस स्टेशनों में ही एलडब्ल्यूई हिंसा रिपोर्ट हुई है।
गृह राज्यमंत्री ने आगे बताया कि झारखंड में भी सुरक्षा की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। राज्य में सुरक्षा वैक्यूम को लगभग समाप्त कर लिया गया है। सुरक्षा बलों द्वारा कैंप लगाकर तथा लगातार ऑपरेशन चलाकर बूढ़ा पहाड़, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावाऔर खूंटी का ट्राई जंक्शन इलाका तथा पारसनाथ हिल्स जैसे स्थानों को माओवादियों की मौजूदगी से मुक्त करा लिया गया है। यही नहीं झारखंड में हिंसा की घटनाओं की संख्या में 82 फीसदी की कमी हुई है, जो वर्ष 2009 में सर्वाधिक 742 घटनाओं से कम होकर वर्ष 2022 में 132 हो गई है।
नित्यानंद राय ने ये भी बताया कि वामपंथी उग्रवाद के परि²श्य की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नियमित रूप से समीक्षा बैठकें की जाती हैं। वहीं विभिन्न योजनाओं के तहत कार्यों को शीघ्र पूरा करने और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बैठके और दौरे भी किए जा रहे हैं।
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