बिहार के दानापुर में पटना पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां दानापुर न्यायालय में जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद 7 कैदी एक साथ पुलिस हिरासत से फरार हो गए. इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. अब पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. पुलिस की कई टीम फरार कैदियों की तलाश कर रही है.
जानकारी के अनुसार सिगोड़ी थाना क्षेत्र के नरौली गांव में बिजली के विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट और गोलीबारी की घटना हुई थी. इस मामले में दर्जनों लोगों को पुलिस ने अभियुक्त बनाया था. इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 72/21 दर्ज किया था. इस संबंध में सिगड़ी के थानाध्यक्ष ने बताया कि लगातार पुलिस दबिश से बेचैन नामजद 8 अभियुक्तों ने मंगलवार को दानापुर कोर्ट में सरेंडर किया था.
इसके बाद कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए उन सभी कैदियों को पुलिस अभिरक्षा में एक साथ ही जेल भेजने का आदेश दे दिया. पुलिस सभी सरेंडर करने वाले आरोपियों को न्यायिक हिरासत भेजने के लिए कैदी वाहन की तरफ लेकर जा रही थी, तभी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर सभी 7 कैदी वहां से फरार हो गए. जैसे ही इस बात की खबर पुलिस अधिकारियों को लगी, उनके होश उड़ गए. पुलिस के आलाधिकारियों ने 7 आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आदेश दिया है. गौरतलब है कि दानापुर से कैदी के फरार होने की यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी वहां कोर्ट परिसर में गोलीबारी, बमबारी कर कैदियों को भगाने की घटनाएं हो चुकी हैं. इसके बाद भी पुलिस अक्सर लापरवाह रही हैं. लापरवाही का ही नतीजा है कि कैदी भागने में सफल हो जाते हैं और पुलिस हाथ मलती रह जाती है.