एमपी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा (Khandwa) में बाल सुधार गृह (Child Juvenile Home) से रविवार सुबह 7 नाबालिग आरोपी दीवार फांद कर फरार हो गए. भागे सभी नाबालिग आरोपी चोरी, अपहरण और लूट की घटना के आरोपों में बाल सुधार गृह में बंद थे. घटना की जानकारी सुधार गृह के कर्मचारियों को सुबह लगी. जब 7 बच्चे कम पाए गए. कर्मचारियों ने फौरन घटना की जानकारी बाल संप्रेक्षण गृह की अधीक्षिका को दी. अधीक्षिका ने घटनाक्रम की जानकारी खंडवा कोतवाली पुलिस को दी. घटना की जानकारी लगते ही थाना प्रभारी सिटी कोतवाली बलजीत सिंह टीम के साथ पहुंचे. और जांच शुरू की.
इसी के ही साथ मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे भी पहुंच गए. पुलिस टीम को जांच में पता चला कि बच्चे बाथरूम की दीवार तोड़कर सुधार गृह की दीवार फांद कर फरार हुए हैं. हालांकि पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी कहने को राजी नहीं है. ये मामला काफी बड़ा है. इस मामले में किसकी लापरवाही है यह तो जांच के बाद ही सामने आ पाएगा है लेकिन इनमें खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, खरगोन और होशंगाबाद के विचाराधीन कैदी थे कई मामलों में सजा काट रहे थे.
बाल सुधार गृह का चार्ज वर्तमान में एडीपीओ हरजिंदर सिंह अरोरा के पास है. इस पहले भी उनके कार्यकाल में सुधार गृह से बच्चे भाग चुके हैं. बता दें कि हरजिंदर सिंह का ट्रांसफर होने के बाद भी उन्हें रिलीव नहीं किया गया है, क्योंकि इनके चार्ज में बाल संरक्षण गृह है. इस बात को बोलकर एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. इन 7 नाबालिग के फरार होने के बाद प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार ये 7 नाबालिग आरोपी दीवाल तोड़कर भागने में कैसे सफल हो गए. खंडवा पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
गौरतलब है इस संप्रेक्षण गृह में कुल 8 किशोर थे जिसमे 7 के फरार होने के बाद एक किशोर बचा हुआ है. बताया जा रहा है कि यह 7 नाबालिग आरोपी पेड़ के सहारे बाथरूम से सटी बाउंड्रीवाल फांदकर भागे हैं.