बंगाल में टीएमसी की जीत के बाद सूबे में हिंसा की घटनाओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 61 विधायकों को एक्स कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है. बंगाल के 61 बीजेपी विधायकों को सीआईएसएफ की सुरक्षा विस्तृत समीक्षा के बाद देने का फैसला लिया गया है. इससे पहले 70 और लोगों को सुरक्षा दी गई थी जो 15 मई तक वैध है. बीजेपी के इन 70 नेताओं की सुरक्षा में भी सीआईएसएफ को तैनात किया गया है. बंगाल में सियासी हिंसा की घटना लगातार आती रही हैं. चुनाव के दौरान भी टीएमसी और बीजेपी के नेताओं पर हमले की घटना सामने आई थी. चुनाव बीत जाने के बाद बंगाल में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं ने टीएमसी वर्कर्स पर हमले के आरोप भी लगाए हैं. बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में बीजेपी ने प्रदर्शन भी किया था. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा विरोध जताने के लिए बंगाल भी पहुंचे थे.
वहीं, इससे पहले बीजेपी नेता प्रवेश सिंह वर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा था कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद याद रखें, मुख्यमंत्री और वहां के विधायकों को भी दिल्ली आना है. इसे चेतावनी के रूप में लें. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे ने कहा कि एक चुनाव में जीत-हार होती है लेकिन हत्या नहीं. उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडे बंगाल में जीत के बाद से ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं.
बता दें कि हाल ही में बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी को जीत मिली है. बंगाल की सत्ता की कमान एकबार फिर ममता बनर्जी के हाथ में है. पांच मई को ममता बनर्जी ने बंगाल की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. टीएमसी ने इस चुनाव में 213 सीटें अपने नाम की हैं. उधर बंगाल के सियासी इतिहास में पहली बार बीजेपी 3 सीटों से बढ़कर 77 सीटों पर पहुंची है और मुख्य विपक्षी दल बन गई है.