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बच्ची की मौत के बाद उसके परिवार वाले उसके शव को मोटरसाइकिल पर ही ले गए क्योंकि उन्हें शव वाहन नहीं मिला.
फिरोजाबाद में डेंगू बुखार से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 2 दिन पहले 100 शैय्या वाले हॉस्पिटल में भर्ती हुई 6 वर्ष की पल्लवी की भी डेंगू के चलते मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद उसके परिवार वाले उसके शव को मोटरसाइकिल पर ही ले गए क्योंकि उन्हें शव वाहन नहीं मिला.
जब इस बारे में मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता अनेजा से सवाल किया गया को का कहना है कि बच्ची के परिवार वाले अपनी मर्जी से उसके शव को मोटरसाइकिल पर ले गए, यहां शव वाहन की व्यवस्था है और एंबुलेंस की भी है.
दो दिन पहले पल्लवी मेडिकल कॉलेज के 100 शैया हॉस्पिटल में भर्ती कराई गई थी और इलाज के दौरान उसकी प्लेटलेट इतनी कम हो गई कि उसकी मौत हो गई, लेकिन मौत के बाद भी इस बच्ची को शव वाहन नसीब नहीं हुआ. इस बच्ची को उसके पिता मोटरसाइकिल पर ले गए.
वहीं मृतक बच्ची की मां ने रोते-रोते मीडिया को बताया कि यहां पर कोई इलाज नहीं हो रहा है, डॉक्टर ने कहा कि प्लेटलेट्स का जल्दी से इंतजाम करो और हम कर ही रहे थे कि बच्ची की मौत हो गई.
आपको बता दें कि फिरोजाबाद में डेंगू से अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें अधिकतर बच्चे हैं. बुधवार देर रात और गुरुवार मिलाकर करीब 24 घंटे के भीतर 6 और मौतें हुईं. इन मौतों में में वो डेटा शामिल नहीं है जिनकी घर में ही इलाज के दौरान मौत हुई है, इस बीच तीन डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है.
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