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6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, तीन पर FIR दर्ज, प्रॉपर्टी डीलर का कर दिया ये हश्र

jantaserishta.com
29 Sep 2021 6:33 AM GMT
6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, तीन पर FIR दर्ज, प्रॉपर्टी डीलर का कर दिया ये हश्र
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प्रॉपर्टी डीलर की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

गोरखपुर: गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. परिजनों की तहरीर पर तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इसके साथ ही मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान और निष्‍पक्ष जांच का आश्‍वासन भी दिया है.

मृतक मनीष कुमार गुप्‍ता के पोस्‍टमार्टम के बाद पत्‍नी मीनाक्षी गुप्‍ता ने बताया कि तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उन्‍होंने कहा कि जिन्‍होंने भी मेरे पति को मारा है, उन्‍हें सख्‍त से सख्‍त सजा मिलनी च‍ाहिए. वर्दी पहनने का ये मतलब नहीं है, कि वे लोग नागरिक नहीं है.
मीनाक्षी का कहना है कि उनके पति को बहुत ही बेरहमी से मारा है. इकलौते भाई को खो चुकी निशा और उनका परिवार पूरी तरह से सदमे में है. वे कहती हैं कि इकलौता भाई घर-परिवार का खर्च चलाता था. उसका पांच साल का बेटा है. सात साल शादी को हुआ. उन्‍हें छह पुलिसकर्मियों ने शराब के नशे में उन्‍हें इतना मारा कि उनकी मौत हो गई.
निशा का कहना है कि मेरे भाई मनीष ने जबरदस्‍ती मारने की बात अपने साथ आए भाजपा युवा मोर्चा के नेता दुर्गेश को कॉल कर बताई थी, प्रदीप सैनी से वो मिलने आए थे, परिवारवाला कोई संदिग्‍ध कैसे हो सकता है. निशा का आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्‍हें राइफल के बट से इतना मारा कि उनका सिर एक ओर से पिचक गया.
निशा का कहना है कि उनके नाक और मुंह से खून आ गया, उनको इतना मारा कि उनके हाथ का मांस तक निकल गया. उनके चेहरे पर खरोच के निशान है, अभी अधिकारी समझा रहे हैं कि केस वापस ले लो वरना छह घर बर्बाद हो जाएंगे, आलाधिकारियों ने ये भी कहा कि ऑन ड्यूटी होने के नाते उन पर केस नहीं बनता.
वहीं इस मामले में गोरखपुर के एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि इसमें प्रथम दृष्‍टया छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. परिजनों की तहरीर पर इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया है, जिससे इसमें आगे निष्‍पक्ष जांच हो सके, जो भी सही हो वो कार्रवाई हो.
क्या है पूरा मामला
आरोप है कि कानपुर से आए प्रॉपर्टी डीलर मनीष कुमार गुप्‍ता (36 वर्ष) अपने दोस्‍त अरविंद सिंह और प्रदीप के साथ गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्थित कृष्‍णा पैलेस के 512 नंबर कमरे में ठहरे थे. वे यहां पर अपने दोस्‍त गोरखपुर के रहने बढ़यापार के रहने वाले चंदन सैनी और राणा प्रताप चंद से मिलने के लिए आए थे.
सोमवार की रात 12.30 बजे रामगढ़ताल थाने के थाना प्रभारी जेएन सिंह, सब्‍जी मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसकर्मी उनके कमरे में आए और पहचान पत्र दिखाने की बात करने लगे. पहचान पत्र नीचे रिशेप्‍शन पर देखने की बात कहने पर पुलिसकर्मियों ने तीनों को थप्‍पड़ से मारना शुरू कर दिया और अरविंद और प्रदीप को लेकर नीचे चले आए.
कुछ देर बाद जब पुलिसवाले लिफ्ट से मनीष को नीचे घसीटते हुए लाए तो उसकी नाक और मुंह से खून बह रहा था. इसके बाद पुलिसवालों ने उसे लेकर निजी अस्‍पताल और फिर बीआरडी मेडिकल कालेज ले गए जहां उनकी मौत हो गई.
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