केरल। केरल के कोझिकोड में शुक्रवार को निपाह वायरस के एक ताजा मामले की पुष्टि हुई, जिसके बाद इस संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीजों की कुल संख्या छह हो गई। जबकि मरने वालों की संख्या दो बनी हुई है। केरल निपाह के मामलों में नए सिरे से वृद्धि से जूझ रहा है। मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाने वाला वायरस संक्रमित चमगादड़, सूअर या लोगों के शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क से फैलता है। इस वायरस का पहली बार 2018 में पता चला था।
स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट मोड में है और उन लोगों की जांच कर रही है जो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में रहे। केरल स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उसने पॉजिटिव रोगियों की कॉन्टैक्ट लिस्ट में कुल 1,080 व्यक्तियों की पहचान की है और सैंपल एकत्र करना शुरू कर दिया है।
इस बीच, सरकार वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास कर रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह इसके इलाज के लिए ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की 20 और खुराक खरीदेगी।
आईसीएमआर के डीजी राजीव बहल ने शुक्रवार को कहा, "ऑस्ट्रेलिया से खरीदी जा रही दवा को संक्रमण के शुरुआती चरण के दौरान दिए जाने की जरूरत है।" उनके मुताबिक, भारत में अब तक किसी को भी यह दवा नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि निपाह में संक्रमित लोगों की मृत्यु दर कोविड में मृत्यु दर की तुलना में बहुत अधिक (40 से 70 प्रतिशत के बीच) है। बहल ने कहा कि आईसीएमआर इस वायरल बीमारी के खिलाफ टीका विकसित करने पर भी काम शुरू करने की योजना बना रहा है।