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पैसे नहीं देने पर 5 साल की बच्ची की हत्या, अगवा के बाद नाले में मिला शव

jantaserishta.com
14 March 2022 4:20 AM GMT
पैसे नहीं देने पर 5 साल की बच्ची की हत्या, अगवा के बाद नाले में मिला शव
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जानें पूरा मामला।

नई दिल्ली: एक पांच साल की बच्ची को पिता के आर्थिक रुप से कमजोर होने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। बच्ची को 22 साल के एक युवक ने यह सोचकर अगवा किया कि उसे छोड़ने की एवज में उसके पिता से मोटी रकम वसूलेगा। लेकिन बाद में युवक को पता चला कि बच्ची का पिता तो मामूली दूध का कारोबार करता है। इस जानकारी के बाद इस युवक ने बच्ची की हत्या कर दी।

अदालत ने सात साल पुराने इस मामले में आरोपी युवक को हत्या, नाबालिग का अपहरण, सबूत मिटाने का दोषी करार दिया है। कड़कड़डूमा स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील चौधरी की अदालत ने आरोपी फिरोज उर्फ गोटा को दोषी करार दिया है। अदालत ने कहा कि बेशक दोषी फिरोज ने अपने जुर्म को नहीं कबूला। लेकिन यह भी सच है कि उसके पास उन सवालों के जवाब भी नहीं थे कि वह बच्ची को गली से ले जाते हुए दिख रहा है। उसके बाद लड़की को लेकर वह कहां गया और उसके साथ क्या किया। इस पर वह चुप्पी साध लेता है।
वहीं अभियोजन पक्ष ने इस पूरी गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी युवक के अपराध को साबित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य पेश किए हैं। अदालत ने कहा कि यह बेहद दर्दनाक घटना है जब पांच साल की बच्ची को महज इसलिए अकाल मृत्यु का शिकार होना पड़ा क्योंकि उसके पिता के पास धन नहीं था।
आरोपी से मांगा उसकी संपति व कमाई का ब्यौरा
इस मामले में अदालत ने आरोपी युवक को बच्ची का हत्यारा करार देते हुए निर्देश दिए हैं कि वह दस दिन के भीतर अपनी तमाम संपति व कमाई का ब्यौरा शपथपत्र के रुप में अदालत के समक्ष पेश करे। वहीं अभियोजन पक्ष को भी कहा गया है कि पीड़ित परिवार को लेकर रिपोर्ट पेश करें। अदालत ने दोनों से रिपोर्ट लेने के बाद बच्ची के हत्यारे को सजा सुनाने के लिए 24 मार्च की तारीख तय की है।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था आरोपी
गोकुलपुरी के चांद बाग इलाके में रहने वाली पांच साल की लड़की के लापता होने की शिकायत 30 सितंबर 2014 को गोकुलपुरी थाने में दर्ज कराई गई। शिकायत में बताया गया कि घटना वाली रात पौने नौ बजे बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इसके बाद से गायब है। बच्ची के घर के पास ही लगे सीसीटीवी कैमरे में बच्ची को आरोपी फिरोज ले जाता हुआ दिखाई दिया। हालांकि आरोपी को कोई जानता नहीं था। पुलिस ने उसके पोस्टर इलाके में लगवाए तो आरोपी की पहचान नजदीक की ही कॉलोनी में रहने वाले के तौर पर हुई। वहीं, 4 अक्तूबर 2014 को बच्ची का शव जौहरीपुर नाले के पास से बरामद हुआ। शव प्लास्टिक बैग में रखा गया था।
फिरौती के मकसद से किया था अपहरण
अभियोजन पक्ष के अनुसार आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि उसने 30 सितंबर 2014 को बच्ची को अगवा करने से पहले कई दिन वहां की रेकी की। बच्ची को अगवा करने के बाद उसे बच्ची से पता चला कि उसका पिता दूध का काम करता है। बच्ची ने रात को रोना शुरू कर दिया। इस पर आरोपी ने उसका मुंह जोर से दबाया और हाथ पैर भी दबा दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपी ने उसके शव को प्लास्टिक बैग में भरकर नाले के पास फेंक दिया।

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