यूपी। उत्तर प्रदेश के देवबंद में आज यानी शनिवार को पूरे देश के करीब 5 हजार मुस्लिम धर्म गुरु जुटने वाले हैं. ये सभी अलग अलग संगठनों से जुड़े हैं, लेकिन जब जमीयत ने कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए बुलाया तो सभी तुरंत राजी हो गए. जानकारी के मुताबिक यहां पर चर्चा के मुख्य बिंदु ज्ञानवापी और कुतुब मीनार को लेकर जो विवाद चल रहा है वह रहेगा. इसके अलावा कॉमन सिविल कोड को लेकर भी यहां चर्चा हो सकती है. ये जलसा देवबंद के ईदगाह में आयोजित किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि जलसे में या यूं कहें कि मुस्लिम धर्मगुरुओं के बड़े कॉन्फ्रेंस में 5000 मौलाना, इमाम, धर्मगुरु और मुस्लिम बुद्धिजीवी शामिल होंगे.
मिली जानकारी के मुताबिक जलसे में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अलावा, अलग अलग मुस्लिम संगठनों से जुड़े लोग, इस्लाम के जानकार के अलावा कुछ मुस्लिम बुद्धजीवी भी आएंगे. चर्चा है कि ज्ञानवापी मथुरा और कुतुब मीनार जैसे मसलो पर बात हो सकती है.
दरअसल, इसे एक ऐसी कोशिश के रूप में देखा जा रहा है कि देश भर के मुसलमान एक होकर अपनी भाषा में रह सकें और उनमें आपस में एकमत हो. कुछ समय से देखने में आ रहा है कि देश के किसी भी हिस्से में मुसलमानों से जुड़ा कोई विवाद हो तो वहां पर असदुद्दीन ओवैसी सबसे पहले पहुंचते हैं और खुलकर अपनी बात रखते हैं. मौलाना महमूद मदनी इस जलसे की अध्यक्षता करेंगे. इस जलसे के पीछे जमीयत की क्या सोच है यह तो बाद में ही साफ होगा लेकिन इतना तो जरूर है कि जमीयत इस कोशिश में तो है कि देश भर के मुसलमानों को एक मंच पर इकट्ठा किया जा सके और यही वजह है कि मुस्लिम बुद्धिजीवियों को इस बार तवज्जो दी जा रही है. देवबंद के जलसे का क्या परिणाम निकलेगा यह तो जलसे के बाद ही साफ होगा. जलसे के मद्देनज़र पुलिस प्रशासन सतर्क है और एसएसपी समेत बड़े अधिकारी रात से ही देवबंद में कैंप कर रहे हैं.