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देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हुए जघन्य हत्याकांड को लेकर बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में दोषियों पर ऐसी कार्रवाई होगी की वो नजीर बनेगी. उन्होंने लापरवाही बरतने वाले पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को भी कहा कि वह अपनी करनी का फल भुगतने को तैयार रहें.
बता दें कि शलभमणि त्रिपाठी देवरिया सदर सीट से बीजेपी के विधायक हैं. इससे पहले वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहाकर भी रहे हैं. उन्होंने देवरिया हत्याकांड पर अपने फेसबुक पेज पर लिखा- "माननीय मुख्यमंत्री जी को संपूर्ण घटनाक्रम से विस्तार से अवगत करा दिया गया है. वे स्वयं इस घटना पर नज़र रखे हुए हैं. प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, स्पेशल DG प्रशांत कुमार, ADG गोरखपुर अखिल कुमार के भी निरंतर संपर्क में हूं. भूमाफियाओं एवं अपराधियों के विरूद्ध निर्णायक जंग लड़ी जाएगी. वे बचेंगे नहीं. चाहे उन्हें किसी की भी सियासी सरपरस्ती हासिल हो."
इसके साथ बीजेपी विधायक ने लिखा- "देवरिया के फ़तेहपुर में ग्राम सभा की ज़मीन पर कब्जा करके कैसे आलीशान मकान बना और यह अवैध मकान किस प्रकार अब बचा रहा इसमें जांच के साथ ही साथ प्रभावी कार्रवाई होगी. ऐसी कार्रवाई जो नजीर बने. यह घटना कतई स्वीकार्य नहीं है."
शलभमणि त्रिपाठी आगे लिखते हैं- "बेबस लोगों, बेटियों और मासूम बच्चों पर हमला करने वाले भूमाफ़िया कायर और नपुंसक हैं. उनका उचित और कानूनी इलाज होकर रहेगा. साथ ही इस मामले में दोषी महाभ्रष्ट राजस्व अधिकारी/कर्मचारी एवं प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी करनी का फल भुगतने को तैयार रहें."
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बीते दिन जो कुछ हुआ उसने सभी को हिलाकर रख दिया. जमीनी विवाद में 6 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पूर्व जिला पंचायत प्रेमचंद यादव की हत्या से गुस्साए परिजनों ने सत्य प्रकाश दुबे के घर पर धावा बोल कर पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया. हमलावरों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा.
इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे के परिवार के ज्यादातर लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. उनके बेटे गांधी की भी हत्या कर दी गई जिसका 2 अक्टूबर को जन्मदिन था. वहीं, उनका छोटा बेटा अनमोल गंभीर रूप से घायल है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. बड़े बेटे सर्वेश की जान इसलिए बच गई क्योंकि हमला होने से पहले ही रविवार की शाम को वो बलिया में कथा कहने के लिए निकल गया था.
पूरा मामला थाना रुद्रपुर के फतेहपुर गांव का है. एक परिवार- प्रेमचंद्र यादव का है और दूसरा- सत्य प्रकाश दुबे का. प्रेमचंद्र पूर्व जिला पंचायत सदस्य था. उसका और सत्य प्रकाश का जमीन को लेकर काफी समय से झगड़ा चला आ रहा था. लेकिन 2 अक्टूबर की सुबह जैसे ही प्रेमचंद्र यादव की लाश मिली इस जमीनी झगड़े ने खौफनाक रूप ले लिया.
हालांकि, अभी तक प्रेमचंद्र की हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन बदले की आग में प्रेमचंद्र के परिजनों ने धारदार हथियार और बंदूक से लैस होकर सत्य प्रकाश के घर पर हमला कर दिया. उन्होंने धारदार औजार से और गोली मारकर सत्य प्रकाश समेत घर के पांच लोगों को मौत की नींद सुला दिया.
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर एडीजी जोन, कमिश्नर, डीएम-एसपी के अलावा यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार भी पहुंचे. उन्होंने देर शाम हालात का जायजा लिया. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर इस केस पर लगातार बनी हुई है. उधर, डीजीपी ने देवरिया एसपी से रिपोर्ट तलब की है. फिलहाल, पूरा गांव छावनी में तब्दील हो चुका है. कल पुलिस की निगरानी में मृतकों का अंतिम संस्कार करा दिया गया है.
देवरिया में ब्राह्मण परिवार का एक बेटा कथा वाचक है, दूसरा हास्पिटल में है बड़े भाई ने बताया- "आज मेरे भाई का जन्मदिन था, मैं कथा वाचने के लिए गया था, इसलिए जिंदा बच गया.. सोचा पैसा आ जाएगा तो भाई का जन्मदिन मन जाएगा।" #देवरिया ब्राह्मण परिवार के बेटे ने फांसी देने मांग की है pic.twitter.com/SeuSAUovH5
— Gaurav Pandey (@gaurav5pandey) October 2, 2023
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