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बच्चों को लेकर बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है
Doctors save 4yr old Boy: बच्चों को लेकर बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है. बच्चे अंजाने में कभी-कभी ऐसी गलती कर देते हैं जिसका परिणाम बहुत बुरा हो सकता है. चेन्नई में एक बच्चे के साथ हुई ऐसी ही घटना ने अभिभावकों के साथ-साथ डॉक्टरों को भी चौंका दिया. 14 घंटे की कोशिश के बाद डॉक्टरों ने मासूम की जान बचाई.
बच्चे ने निगल ली थी बैटरी
रीला अस्पताल के सीनियर गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर आर रवि ने WION/Zee Media को बताया कि चेन्नई में एक चार साल के बच्चे ने पेंसिल बैटरी निगल ली. शुक्र यह रहा कि इस बारे में बच्चे ने तुरंत अपने माता-पिता को बता दिया. बच्चे द्वारा 5 सेंटीमीटर लंबी बैटरी निगलने की जानकारी मिलते ही माता-पिता ने तत्काल डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया.
जरा भी देरी ले सकती थी बच्चे की जान
डॉक्टर ने बताया कि बच्चे ने घर पर खेलते समय गलती से रिमोट कंट्रोल में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी को निगल लिया था. एक्स-रे से पता चला कि बैटरी बच्चे के पेट में फंस गई थी. डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी के माध्यम से बैटरी को निकालने में कामयाबी हासिल की. बच्चे के पेट में फंसी बैटरी को निकालने में लगभग 14 घंटे लग गए और उसकी जान बचाई जा सकी. बच्चे ने 5 सेमी लंबी और 1.5 सेमी चौड़ी बैटरी निगली थी. बैटरी बच्चे के भोजन नली जितनी बड़ी थी.
#Chennai - without surgery, doctors save 4yr old who ingested 5cm-long AA battery, which ws nearly the size of his food pipe
— Sidharth.M.P (@sdhrthmp) February 14, 2022
Batt was lodged in stomach, had risk of corroding in contact with acid
Rela hospital Docs performed endoscopy with a 'Roth net' & removed foreign object pic.twitter.com/jmsnfXwUgH
लंबी कोशिश के बाद डॉक्टरों ने बचाई बच्चे की जान
एंडोस्कोपी के माध्यम से भी इसे निकालने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. बैटरी निकालते वक्त आंतरिक अंगों को नुकसान पहुंचने का जोखिम था. साथ ही बैटरी में पेट में पैदा होने वाले एसिड से जंग लगने का भी खतरा था. डॉक्टरों ने एक रोथ नेट के इस्तेमाल से एंडोस्कोपी करते हुए पूरे ट्रीटमेंट को अंजाम दिया. डॉक्टर के अनुसार कुछ खास तरह के ट्यूमर को भी इस नेट के इस्तेमाल से हटाया जा सकता है.
बच्चों के प्रति ये सावधानी बरतना जरूरी
डॉक्टर रवि ने बच्चों के प्रति अभिभावकों को सावधान रहने की बात करते हुए कहा कि बच्चे अनजाने में बटन, सिक्के, छोटी बैटरी जैसी छोटी-छोटी चीजें निगल लेते हैं. उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि वह ऐसी चीजों को जितना संभव हो छोटे बच्चों से दूर रखें और बच्चों को बड़े आकार के खिलौने ही दें. उन्होंने कहा कि विशेष रूप से छोटे बच्चों की पहुंच से सुई, कांच के टुकड़े, चुंबक, दवाओं को दूर रखना चाहिए.
Rani Sahu
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