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खुशहाली लाएगी पानी के लिए बनी 4 किमी लंबी सुरंग

jantaserishta.com
20 Nov 2022 10:48 AM GMT
खुशहाली लाएगी पानी के लिए बनी 4 किमी लंबी सुरंग
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भोपाल (आईएएनएस)| पानी में छुपी है जिंदगी की खुशहाली। पानी की उपलब्धता जीवन को बदल देती है। मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में भी खुशहाली लाने का मार्ग आगे बढ़ा है। यहां की बाण सागर बहुउददेश्यीय सिंचाई परियोजना के तहत बहुती नहर परियोजना में 3.79 किलोमीटर लंबी लघु सुरंग बनाने में बड़ी सफलता मिली है। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बांध के पानी को आगे तक ले जाने के लिए सुरंग को दोनों तरफ से मिलाने के लिए जरुरी डे ब्रेकिंग यानि सुरंग मिलान का काम पूरा कर लिया गया है और इसके जरिए जल्दी ही पानी के वितरण का सिलसिला शुरू हो जाएगा। यह सुरंग जहां 3.79 किलोमीटर लम्बी है वहीं लगभग सात मीटर चौड़ाई लिए हुए है। इस परियोजना के पूरा होने पर रीवा के पांच तहसीलों और सतना की दो तहसीलों के करीब 65 हजार हेक्टेयर में सिचाई हो सकेगी और तीन लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
बताया गया है कि बाणसागर बांध का पानी बहुती नहर परियोजना में पहुंचाने के लिए छुहिया घाटी गोविंदगढ़ में यह जल सुरंग बनाई गई है। इस परियोजना को लेकर कड़ी चुनौतिया रही हैं, जिनमें यह सुरंग भी है। इस परियोजना के तहत केवती और पुरवा नहर के जरिये ऊंचाई के इलाकों तक सिंचाई की सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है।
पहले इस परियोजना में 14 किलोमीटर लंबाई थी, मगर और क्षेत्रों को लाभ देने के लिए इसमें बदलाव कर 18 किलोमीटर कर दिया गया। इसमें करीब चार किलोमीटर की सुरंग बनाने का निर्णय लिया गया। इस नये प्रस्ताव के कारण पानी का प्रवाह भी दस लाख क्यूमिक मीटर तक बढ जायेगा।
इसके अलावा गर्मी के मौसम में आने वाली समस्या को भी ध्यान में रखकर फैसले लिए गए है। गर्मी में बाणसागर परियोजना में पानी का स्तर कम हो जाता है। उस समय भी नहर में प्रवाह बनाये रखने के लिए आमघोरी रामादीन गांव के पास एक फीडर पंप भी लगाया जा रहा है। इसके कारण नहर और सुरंग सहित करीब 21 किलोमीटर तक पानी का प्रवाह 54 लाख क्यूमिक मीटर बना रहेगा।
बहुती परियोजना के कार्यपालन यंत्री पी.के. त्रिपाठी ने आईएएनएस को बताया है कि मेरे अधीन जो परियोजना का काम है, उसकी लंबाई लगभग 21.6 किलोमीटर है। इसमें टनल 3.79 किलो मीटर लंबी है। यह फिजिकली थ्रू हुई है, दोनों छोरों पर खुदाई पूरी हो गई है और दोनों छोर मिल गए है। यह बड़ी उपलब्धि है, इससे बहुत बड़े क्षेत्र में सिंचाई होनी है। इस टनल से 54 क्यूमिक पानी प्रति सैंकेंड निकलेगा।
बताया गया है कि बाणसागर बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना सिर्फ रीवा जिले के लिए ही नहीं पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए वरदान साबित हुई है। इससे रीवा संभाग के सभी जिलों में खेती को उन्नत बनाने तथा फसलों का उत्पादन बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाणसागर से रीवा जिले में विकसित रकवे का दुगना क्षेत्रफल विकसित होगा है। अब तक जिले के 1.5 लाख एकड़ में ही सोन नदी का पानी पहुंचा है। 3.87 लाख एकड़ में पानी पहुंचाने की चुनौती अभी बाकी है।
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