नोएडा। नोएडा पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली जब थाना सैक्टर-39 पुलिस ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों से लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुये चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी में रहने वाले राहुल उर्फ अजय मिश्रा, रमेश, प्रवीण व अशोक उर्फ शंटी के रूप में हुई है। इनके कब्जे से लूटी गई सोने की अंगूठी,चेन व दो कंगन, 23,500 रुपये नकद व वारदात में प्रयुक्त कार बरामद हुयी। एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि सेक्टर-39 कोतवाली प्रभारी आजाद तोमर मंगलवार को अपने टीम के साथ गश्त पर थे।
इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि चार बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में सेक्टर-37 गोल्फ कोर्स के पास मौजूद हैं। पुलिस ने मुस्तेदी दिखाते हुये घेराबंदी कर चारों बदमाशों को दबोच लिया।पुछताछ में पकड़े गये बदमाशों ने बताया कि वे होंडा सिटी कार से रात को निकलते हैं।वाहन का इंतजार कर रही सवारी को लिफ्ट देते हैं। सवारी के बैठते ही खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर जांच के नाम पर पीड़ित की नकदी, एटीएम कार्ड व ज्वेलरी को एक लिफाफे में डलवा लेते हैं। इसके बाद खाली लिफाफा पकड़ा कर सवारी को बीच रास्ते में उतारकर फरार हो जाते हैं।
बताते चले कि 26 फरवरी को भी बदमाशों ने दिल्ली के बदरपुर के रहने वाले एक व्यक्ति को महामाया फ्लाईओवर के पास लिफ्ट दी थी।पीड़ित का एटीएम कार्ड लेकर उसका पिन कोड पूछने के बाद पीड़ित को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गए थे। थानाध्यक्ष आजाद तोमर ने बताया कि आरोपितों ने दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में वारदात को अंजाम दिया है। गिरोह का सरगना राहुल है जो अपने साथियों के साथ मिलकर लूटपाट करता है। आरोपित के ऊपर दिल्ली व अन्य जिलों में सात मुकदमे दर्ज हैं।आरोपित पूर्व में जेल जा चुका है। नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज, अलीगढ़, मथुरा व कानपुर में इस तरह की कई वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। आरोपित खासतौर से लंबी दूरी का सफर तय करके लोगों को निशाना बनाते थे।
1)गिरोह का सरगना राहुल अपने साथियों के साथ मिलकर लूटपाट करता था।इसके ऊपर दिल्ली व अन्य जिलों में सात मुकदमे दर्ज हैं।
(2)दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में कई वारदातों को अंजाम दिया
(3)पुलिस ने मुस्तेदी दिखाते हुये गिरोह के चार शातिर लूटेरों को पकड़ा
(धीरेन्द्र अवाना)