नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र के चींटी गांव में स्थित न्यू क्राउन प्लाजा होटल में जिस्मफरोशी के अवैध कारोबार में स्थानीय पुलिस की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। जिस पर कार्यवाही करते हुए गौतम बुध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने चार सिपाही और एक मुख्य आरक्षी को लाइन हाजिर कर दिया है । नोएडा जोन के डीसीपी राजेश सिंह ने एक संदिग्ध चौकी इंचार्ज खिलाफ रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को भेज दी है। जिससे इस चौकी इंचार्ज पर भी गाज गिरनी तय है। इस घटनाक्रम के बाद दनकौर कोतवाली तथा उससे संबंधित चौकियों में तैनात पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है।
माना जा रहा है अगले कुछ दिनों में बड़े स्तर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती में फेरबदल किया जाएगा। नोएडा कमिश्नरी के एक अधिकारी ने बताया कमिश्नर आलोक सिंह दनकौर मामले से पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिक से खासे नाराज हैं। उन्होंने खासतौर पर ग्रेटर नोएडा के सभी डीसीपी और एसीपी से रिपोर्ट तलब की है। इसमें शहर के बाहरी इलाकों में तैनात पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच सही कर सही स्थिति से अवगत करने के लिए कहा गया है। जैसे ही यह रिपोर्ट मिलेगी उसके बाद जिले में बड़ा फेरबदल होने का अंदेशा नजर आ रहा है।
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी कार्यवाही करते हुए जिस्मफरोशी का धंधा करा रहे एक होटल में छापा मारा था। डीसीपी राजेश सिंह के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा थर्ड के एसीपी बृजनंदन राय के नेतृत्व में शनिवार की सुबह दनकौर कोतवाली क्षेत्र में चौकी मंडी श्याम नगर के पास चीट गांव में स्थित न्यू क्राउन प्लाजा होटल में पुलिस ने दबिश दी। पुलिस ने यहां देह व्यापार में लिप्त 12 महिलाएं और 11 लड़कों को गिरफ्तार किया है। होटल के मैनेजर को भी अवैध गतिविधियों में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की गई। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस छापेमारी की भनक दनकौर पुलिस को नहीं लगने दी गई। क्योंकि इस मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही थी जिसकी जांच पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने शुरू की है।