करनाल। बीते दिनों ATM में कैश लोडिंग में लाखों रुपए की गड़बड़ी की बात सामने आई थी। कैश लोडिंग करने वाले कर्मचारियों पर इस गबन का आरोप लगा था। ऑडिट टीम ने 33 में से महज पांच ATM की ऑडिट की है और पांच में 86 लाख रुपए कम पाया गया। मामले में सीएआईए टू पुलिस द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे चालीस लाख रुपए बरामद किए गए हैं। सीआईए टू शाखा द्वारा गुप्ता सूचना के आधार पर धर्म सिंह उर्फ धर्मा करनाल के गांव काछवा तथा रमेश बस्थली व रवि पाल नगर करनाल को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों से पूछताछ के बाद पर उनके कब्जे से चालीस लाख रुपए बरामद किए गए। इस संबंध में CMS SYSTEM LTD. करनाल ब्रांच के मैनेजर राजीव ने 15 नवंबर को करनाल पुलिस शिकायत दी थी कि उनकी कंपनी करनाल के विभिन्न बैंकों के करीब 33 एटीएम ब्रांच को रुपए डालने का काम करती है। इस काम के लिए कंपनी द्वारा विजय और सुशील को लगाया गया है। यह कंपनी आरबीआई की गाइडलाइन के तहत कार्य करती है। जिसकी ब्रांच पूरे देश में है।
13 नवंबर को रूटीन ऑडिट के तहत ऑडिट टीम द्वारा ऑडिट की गई। उस दिन विजय अनुपस्थित था। ऑडिट टीम ने 14 नवंबर को अपनी रिपोर्ट में विजय को दिए गए रूट के पांच एटीएम बस स्टैंड करनाल, सेक्टर 09 करनाल, बसंत विहार करनाल, आईटीआई चौक करनाल और प्रेम नगर करनाल में 8604000 रुपए का वितरण कम बताया। जिन रुपयों का विजय द्वारा गबन किया गया था। कंपनी ने विजय से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह फरार था। शिकायत के आधार पर आरोपी विजय और सुशील के खिलाफ थाना शहर करनाल में आईपीसी की धारा 381, 406, 420 के तहत मुकदमा नंबर 959 दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईए टू शाखा द्वारा मामले की जांच की गई। जांच में पाया गया कि आरोपी विजय ने गबन किया हुआ कुछ पैसा अपने पिता धर्म सिंह, चाचा राजकुमार, रमेश मौसा और रवि जोकि विजय के साथ काम करता था उनके पास रख रखा था। जोकि इन आरोपियों को गिरफ्तार कर बरामद किया जा चुका है। आरोपी विजय अभी भी फरार है। गिरफ्तार हुए सभी चारों आरोपियों को आज पेश न्यायालय करके एक दिन का रिमांड हासिल किया गया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी और शेष बरामदगी की जाएगी। मुकदमे में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।